IAF Strikes POK Pakistan Jaish Commander Video: पुलवामा आतंकी हमले का करारा जवाब देते हुए भारतीय वायु सेना ने पाक अधिकृत कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी ट्रेनिंग कैंप नष्ट कर उनका हौसला पूरी तरह तोड़ दिया है. खुद जैश के टॉप कमांडर और जैश प्रमुख मसूद अजहर के छोटे भाई मौलाना अम्मार ने यह कबूलते हुए कहा है कि जैश के आतंकी ट्रेनिंग कैंपों पर भारतीय वायु सेना ने धावा बोला और उसके कई टॉप आतंकी मार डाले.
नई दिल्लीः जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने बीते 26 फरवरी को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में जवाबी कार्रवाई करते हुए जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम), लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी ट्रेनिंग कैंप पर एयर स्ट्राइक करते हुए उन्हें नष्ट कर दिया. पीओके के बालाकोट, चिकोटी और मुजफ्फराबाद स्थित आतंकी ठिकानों पर भारतीय वायु सेना की कार्रवाई में 300 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की खबरें आईं.
भारतीय वायु सेना द्वारा एयर स्ट्राइक में आतंकी ठिकानों के नष्ट करने के दावे की पाकिस्तान या आतंकी संगठनों द्वारा अब तक पुष्टि नहीं की गई थी. लेकिन शनिवार को टाइम्स नाउ चैनल द्वारा जारी एक वीडियो में जैश-ए-मोहम्मद के टॉप कमांडर और जैश प्रमुख मसूद अजहर के छोटे भाई मौलाना अम्मार को यह कहते हुए सुना गया है कि उसने कबूल किया है जैश के आतंकी ट्रेनिंग कैंपों पर भारतीय वायु सेना ने धावा बोला और उसके कई टॉप आतंकी मार डाले. वीडियो में ये कहते हुए सुना गया है भारतीय वायु सेना ने पीओके में आकर हमारे ठिकानों को निशाना बनाया है. उन्होंने हमारे और पाकिस्तान के खिलाफ जंग छेड़ दी है.
मालूम हो कि बीते दिनों अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने दावा किया था भारत सरकार के सूत्रों ने बताया है कि पीओके में बालाकोट स्थित टेररिस्ट ट्रेनिंग कैंपों पर हुए हमले में मदरसा तलीम-उल-कुरान के अंदर की 4 इमारतों का निशाना बनाया गया. वहीं पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भारतीय वायु सेना के एयर स्ट्राइक के बारे में बताया था कि भारतीय वायु सेना फाइटर जेट मिराज 2000 से पीओके के अंदर आए थे. इस दौरान उनसे गलती से कुछ बम यहां गिर गए थे जिससे मामूली नुकसान हुआ था. लेकिन अब जैश के टॉप कमांडर मौलाना अम्मार के कबूलनामे से साफ हो गया है कि भारतीय वायु सेना ने पुलवामा हमले का बदला लेते हुए पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों और उनके आकाओं को ऐसी चोट पहुंचाई है, जिसके जख्म आने वाले कई वर्षों तक आतंक के इन सौदागरों के जेहन को कुरेदते रहेंगे.