IAF Strike Pakistan: जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले का बदला लेते हुए मंगलवार सुबह भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान अधीकृत कश्मीर पर एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तान को हिलाकर रख दिया. और इसी के साथ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देश की जनता से किया वादा भी पूरा हो गया. ऐसे में सवाल है कि क्या नरेंद्र मोदी की पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक लोकसभा चुनाव में उनकी वापसी कराएगी?
नई दिल्ली. 26 फरवरी मंगलवार की सुबह जब आधा हिंदुस्तान नींद के आगोश में था, उस दौरान भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान अधीकृत कश्मीर पर एयर स्ट्राइक कर पूरे पाकिस्तान को जगा दिया. कुछ ही देर में सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय सेना की वाहवाही शुरू हो गई. खैर बात भी तारीफ की है, आखिरकार हमारे जवानों ने उस पुलवामा आतंकी हमले का बदला लिया जिसमें हमारे 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे. उस समय मोदी ने कहा कि हम बदला लेंगे और आखिरकार कर दिखाया. अब सवाल है कि क्या नरेंद्र मोदी की पाक पर एयर स्ट्राइक के बाद लोकसभा चुनाव 2019 में वापसी तय है?
अगर चुनावी आकंड़ों से मजबूत हो जाएं लोगों की भावनाएं
साल 2014 में बीजेपी को मिली शानदार जीत के बाद भारत का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बनाया गया. करीब-करीब पूरे हो चुके अपने कार्यकाल में पीएम मोदी ने कई साहसिक फैसले लिए जिसमें नोटबंदी भी शामिल है. उरी हमले के बाद पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक कराई. इन्हीं फैसलों के चलते नरेंद्र मोदी को कहीं आलोचना का शिकार होना पड़ा तो कहीं उन्हें जमकर सराहना मिली. 2018 के दिसंबर तक सब कुछ सही जा रहा था लेकिन राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में राहुल गांधी की कांग्रेस को मिली जीत ने राजनीतिक आंकड़ें बिगाड़ दिए.
दूसरी ओर भाजपा को हराने के लिए कई राज्यों में महागठबंधन शुरू हो गए. उत्तर प्रदेश में सारी कड़वाहट भुलाकर अखिलेश यादव की सपा और मायावती की बसपा का भी गठबंधन हो गया. बिहार में तेजस्वी यादव की आरजेडी, उपेंद्र कुशवाहा की रालोसपा, कांग्रेस और जीतन राम मांझी की एचएएम ने गठबंधन कर लिया. न्यूज चैनलों के सर्वे में लोकसभा चुनाव में एनडीए और बीजेपी को बहुमत से दूर आंकड़े सामने आने लगे. बीजेपी के सामने अब सिर्फ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ही नहीं पूरा विपक्ष आ खड़ा हुआ. इसी खींचतान के दौरान 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर आतंकी हमला हो गया. इस हमले की जिम्मेदारी जैश ए मोहम्मद आतंकी संगठन के सरगना मौलाना मसूद अजहर ने ली.
हमले के बाद पूरे देश की निगाहें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ थी जो उनसे पाकिस्तान की कायरता का बदला चाहती थीं. ये समय मोदी के लिए किसी परीक्षा से कम नहीं था. पुलवामा हमले के बाद मोदी ने लोगों को आश्वासन दिलाया कि भारत इसका बदला लेगा. इसकी शुरूआत करते हुए भारत ने पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीन लिया. पाकिस्तान के साथ कारोबार बंद कर दिया गया. साथ ही भारत ने पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर घेरना शुरू कर दिया. अमेरिका, रूस, इजरायल, फ्रांस समेत कई प्रमुख देश पुलवामा मामले में पाकिस्तान के खिलाफ हो गए. इसे देखकर पाकिस्तान सहम गया और भारत से बातचीत की बात कहने लगा, लेकिन पीएम मोदी का मन बातचीत का नहीं जवाब देने का था.
पिछले कुछ दिनों से देश की मीडिया में अनुमान लगाया जा रहा था कि भारतीय सेना बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रही है. पुलवामा हमले के बाद से उच्च स्तरीय बैठकों का दौर जारी था. इसी बीच मंगलवार को पीओके में एयर स्ट्राइक की खबर पूरा देश खुशी से झूम उठा. इस एयर स्ट्राइक में आतंकी मसूद अजहर के दो भाई इब्राहिम अजहर, सैफ और साला युसुफ अजहर समेत सैकंड़ों आतंकी मारे गए. पीएम नरेंद्र मोदी ने अपना वादा पूरा करते हुए बदला लेकर दिखाया. देश में लोकसभा चुनाव का माहौल है. सोशल मीडिया पर लग रहे नमो नमो और मोदी मोदी के नारे इस बात का सबूत है कि चुनावी आकंड़े कुछ भी कहते हो लेकिन लोगों की भावनाएं नरेंद्र मोदी के साथ हैं. और जाहिर सी बात है इसका असर लोकसभा चुनाव में अच्छा खासा देखने को मिल सकता है.