IAF Air Strike Proof: न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने कुछ सैटेलाइट फोटो जारी कर भारतीय वायुसेना की पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और बालाकोट में एयर स्ट्राइक पर सवाल खडे़ किए हैं. रॉयटर्स का दावा है कि एयर स्ट्राइक के बाद भी जैश ए मोहम्मद सरगना मसूद अजहर का मदरसा वैसे ही स्थित है और उसकी दिवारों पर किसी भी तरह का नुकसान नहीं दिखा है. जानिए रॉयटर्स के दावे में कितनी सच्चाई है.
नई दिल्ली. जम्मू कश्मीर के पुलमावा आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और बालाकोट में एयर स्ट्राइक की जिसमें सैकड़ों आतंकी मारे जाने का दावा किया गया. लेकिन एक न्यूज एजेंसी ने सैटेलाइट तस्वीरों को जारी कर नरेंद्र मोदी सरकार के इस दावे पर सवाल खड़े कर दिए हैं. न्यूज एजेंसी ने उस जगह की तस्वीरें जारी की हैं, जहां भारतीय एयर फोर्स ने एयर स्ट्राइक की थी. तस्वीरों में आतंकी मसूद अजहर के संगठन का मदरसा दिख रहा है जबकि भारत सरकार का दावा था कि एयर स्ट्राइक में मसूद अजहर के सभी आतंकी कैंप तबाह हो गए थे. लेकिन सवाल यहां रॉयटर्स से है कि उसके दावे में कितनी सच्चाई है.
जैश के इस मदरसे की सैटेलाइट तस्वीरें अमेरिकन कंपनी प्लानेट लैब्स इंक और न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने जारी की है. सभी फोटो में दावा किया जा रहा है कि एयर स्ट्राइक के 6 दिन बाद यानी 4 मार्च को भी मदरसे की पूरी छह इमारतें दिख रही हैं.
रॉयटर्स का दावा है कि भारतीय एयर फोर्स की एयर स्ट्राइक के बाद भी उस जगह पर कोई नुकसान नहीं हुआ है. भारतीय सेना ने जिस जगह बम गिराने का दावा किया, वहां हरे-भरे पेड़ जूं के तूं नजर आ रहे हैं.
वेपन्स साइट्स और सिस्टम की सैटेलाइट फोटो के विश्लेषक जैफ्री लेविस ने बताया कि इन तस्वीरों से साफ है कि भारत ने जिस जगह पर एयर स्ट्राइक की बात कही है, वहां स्थित जैश के मदरसे को किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.
इससे पहले एयर स्ट्राइक का कोई हाई रेज्यूलेशन सैटेलाइट फोटो सार्वजनिक तौर पर सामने नहीं आई थी. प्लानेट लैब्स इंक की ओर से जारी इन सैटेलाइट फोटो में 28 इंच साइज तक की चीजों की डिटेल भी देखी जा सकती है.
दूसरी ओर सूत्रों की मानें तो भारतीय वायु सेना ने केंद्र सरकार को इस मामले में 12 पन्नों की रिपोर्ट सौंपी है. एयर फोर्स की इस रिपोर्ट में जैश के आतंकी ठिकानों की सैटेलाइट तस्वीरें भी मौजूद हैं. इस रिपोर्ट के मुताबिक, वायुसेना ने माना है कि भारत की एयर स्ट्राइक के दौरान भारतीय फाइटर जेट के निशाने 80 प्रतिशत सही लगे हैं.
इसका सीधा अर्थ है कि जिन टारगेट पर निशाना साधा, अधिकतर पर बम गिरे और तबाह हो गए. रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि भारतीय वायुसेना ने जिन बमों का इस्तेमाल किया वे इतने ताकतवर थे कि छत को भेद कर आतंकियों को ढेर कर दिया.
14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए. इस हमले के जिम्मेदारी आतंकी सगंठन जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर ने ली. 26 फरवरी को बदला लेते हुए भारतीय एयर फोर्स ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और बालाकोट में स्थित जैश के आतंकी कैंपो को तबाह कर दिया.
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत कई नेताओं ने दावा किया कि इस एयर स्ट्राइक में सैकड़ों आतंकी ढेर हो गए और मसूद अजहर के मदरसे समेत कई महत्वपूर्ण ठिकाने साफ हो गए. इसी बीच वेस्ट बंगाल की सीएम ममता बनर्जी समेत विपक्ष के कई नेताओं ने एयर स्ट्राइक के दावों पर सवाल दागने शुरू कर दिए.
भारतीय वायु सेना चीफ ने इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि वो सिर्फ टारगेट हिट करते हैं, ये नहीं गिनती कि कितने लोग मारे गए. वहीं केंद्रीय राज्य मंत्री वीके सिंह ने कहा कि मच्छरों पर हिट छिड़कने के बाद उन्हें गिना नहीं जाता.
हालांकि, रॉयटर्स की जारी सैटेलाइट तस्वीरों को लेकर अभी तक भारत सरकार या रक्षा विभाग की ओर से कोई ऑफिशियल बयान नहीं आया है. ऐसे में सिर्फ न्यूज एजेंसी की खबर को सच मान लेना, सिक्के का एक पहलू जैसा है.
नोट- ये सिर्फ न्यूज एजेंसी रॉयटर्स का दावा है. इसे लेकर अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. इनखबर न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के इस दावे से कोई ताल्लुक नहीं रखता है.