मैं वायनाड को भाई राहुल की कमी महसूस नहीं होने दूंगी… उम्मीदवार बनने पर बोलीं प्रियंका गांधी

नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केरल की वायनाड लोकसभा सीट छोड़ने का ऐलान किया है. राहुल अब अपनी मां की सीट यानी रायबरेली से सांसद बने रहेंगे. वायनाड से उनकी बहन प्रियंका गांधी चुनाव लड़ेंगी. इस बीच वायनाड से प्रत्याशी घोषित किए जाने पर प्रियंका गांधी की पहली प्रतिक्रिया सामने आ गई है. […]

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मैं वायनाड को भाई राहुल की कमी महसूस नहीं होने दूंगी… उम्मीदवार बनने पर बोलीं प्रियंका गांधी

Vaibhav Mishra

  • June 17, 2024 9:35 pm Asia/KolkataIST, Updated 5 months ago

नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केरल की वायनाड लोकसभा सीट छोड़ने का ऐलान किया है. राहुल अब अपनी मां की सीट यानी रायबरेली से सांसद बने रहेंगे. वायनाड से उनकी बहन प्रियंका गांधी चुनाव लड़ेंगी. इस बीच वायनाड से प्रत्याशी घोषित किए जाने पर प्रियंका गांधी की पहली प्रतिक्रिया सामने आ गई है. उन्होंने कहा है कि वायनाड की जनता को भाई राहुल गांधी की कमी महसूस नहीं होने दूंगी. बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 में राहुल गांधी ने केरल की वायनाड और उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से जीत हासिल की है.

प्रियंका गांधी ने क्या कहा?

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा कि मुझे वायनाड के लोगों का प्रतिनिधित्व करने में बहुत खुशी होगी. मैं उन्हें भाई की (राहुल गांधी की) कमी महसूस नहीं होने दूंगी. मैं कड़ी मेहनत करके सभी को खुश करने का प्रयास करूंगी और एक अच्छा प्रतिनिधि बनने की कोशिश करूंगी. इसके साथ ही प्रियंका ने कहा कि मेरा रायबरेली और अमेठी की जनता से बहुत पुराना रिश्ता है, इसे कभी तोड़ा नहीं जा सकता है. मैं रायबरेली में अपने भाई की भी सहायता करूंगी. हम दोनों रायबरेली और वायनाड के लोगों के लिए मौजूद रहेंगे.

राहुल गांधी ने क्या कहा?

वहीं, वायनाड छोड़ते वक्त राहुल गांधी ने कहा कि मेरा वायनाड और रायबरेली की जनता से भावनात्मक रिश्ता है. मैं पिछले 5 सालों से वायनाड का सांसद था. मैं वायनाड की जनता को उनके प्यार और समर्थन के लिए अपना धन्यवाद देता हूं. अब प्रियंका गांधी वाड्रा वायनाड लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी, लेकिन मैं वहां पर समय-समय पर दौरा किया करूंगा. मेरा रायबरेली की जनता से भी काफी पुराना रिश्ता है, मुझे बहुत खुशी है कि मुझे उनका (रायबरेली के लोगों का) प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलेगा. इसके साथ ही राहुल ने कहा कि दोनों में से किसी एक सीट को चुनना मेरे लिए कठिन निर्णय था.

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