नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए एनडीए गठबंधन से मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों द्वारा बनाए गए इंडिया गठबंधन की बैठक एक बार फिर टल गई है। बता दें कि इंडिया गठबंधन द्वारा प्रस्तावित बैठक, जो की 17 दिसंबर को होनी थी लेकिन अब टाल दी गई है। इससे पहले भी गठबंधन […]
नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए एनडीए गठबंधन से मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों द्वारा बनाए गए इंडिया गठबंधन की बैठक एक बार फिर टल गई है। बता दें कि इंडिया गठबंधन द्वारा प्रस्तावित बैठक, जो की 17 दिसंबर को होनी थी लेकिन अब टाल दी गई है। इससे पहले भी गठबंधन द्वारा प्रस्तावित बैठक 6 दिसंबर को होनी थी। जो कि नहीं हो पाई थी क्योंकि बैठक में नीतीश कुमार, अखिलेश यादव, हेमंत सोरेन और ममता बनर्जी ने आने से मना कर दिया था। अब फिर से बैठक की तारीख 19 दिसंबर तय की गई है।
कांग्रेस नेता जयराम ने कहा कि विपक्षी दल 19 दिसंबर को होने वाली बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाब में एकता की थीम ‘मैं नहीं, हम’ के साथ आगे बढ़ना चाहती हैं। यह बैठक हाल ही में संपन्न हुए पांच विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में हो रही है। कांग्रेस को राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में हार का सामना करना पड़ा। वहीं, भाजपा का कहना है कि लोगों ने मोदी की गारंटी पर भरोसा जताया है और कहा कि 2024 में उनकी सरकार फिर से आएगी।
जयराम रमेश ने कहा कि इंडिया गठबंधन के लिए मुख्य सकारात्मक एजेंडा तैयार करना विपक्षी दलों के लिए सबसे बड़ी चुनौती है जो इसे भाजपा का मुकाबला करने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के वक्त जो मुद्दे छाए रहे, जैसे बढ़ती आर्थिक असमानता, सामाजिक ध्रुवीकरण और राजनीतिक अधिनायकवाद, महंगाई कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिनकी गूंज लोकसभा चुनावों के दौरान जमीनी स्तर पर सुनाई दे सकती है। ये मुद्दे विपक्षी दलों के साझा एजेंडे का हिस्सा बन जाएंगे जो विपक्षी गठबंधन को भाजपा का मुकाबला करने में मदद करेंगे।