नई दिल्ली: ऑल इंडिया हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महराज ने विपक्षी महागठबंधन I.N.D.I.A पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि इस गठबंधन में शामिल कुछ नेता सनातन विरोधी है. जनता उन्हें आगामी चुनाव में सबक सिखाएगी. इसके साथ ही भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी के संसद में दिए आपत्तिजनक बयान पर […]
नई दिल्ली: ऑल इंडिया हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महराज ने विपक्षी महागठबंधन I.N.D.I.A पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि इस गठबंधन में शामिल कुछ नेता सनातन विरोधी है. जनता उन्हें आगामी चुनाव में सबक सिखाएगी. इसके साथ ही भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी के संसद में दिए आपत्तिजनक बयान पर चक्रपाणि महाराज ने कहा कि ये देखने वाली बात होगी कि उन्होंने किन परिस्थितियों में ऐसा बयान दिया है.
चक्रपाणि महाराज ने मीडिया से बात करते हुए आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी सनातन विरोधियों के साथ है. तमिलनाडु में उसका सनातन का विरोध करने वाली पार्टी के साथ गठबंधन है. बता दें कि तमिलनाडु सरकार में मंत्री और डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने बीते दिनों सनातन धर्म पर विवादित बयान दिया था. जिसे लेकर देश में सियासी माहौल गर्म है.
मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने 2 सितंबर को चेन्नई में आयोजित सनातन उन्मूलन कार्यक्रम में बड़ा विवादित बयान दिया था. उन्होंने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया और कोरोना से की थी. उदयनिधि ने कहा था कि मच्छर, डेंगू, फीवर, मलेरिया और कोरोना जैसी कुछ चीजें होती हैं, जिनका सिर्फ विरोध नहीं किया जाता है. उन्हें खत्म करना जरूरी होता है. इसके बाद उदयनिधि के बयान का कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खड़गे ने समर्थन किया था.
इस विवाद पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने इस मामले पर बीते दिनों यूपी के चित्रकूट में कहा कि स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने कहा है कि ‘सनातन धर्म’ को समाप्त कर देना चाहिए. उनका कहना है कि डेंगू और मलेरिया की तरह ‘सनातन धर्म’ को भी समाप्त कर देना चाहिए. ऐसे बयान देने में उन्हें कोई झिझक नहीं है. क्या उदयनिधि स्टालिन का बयान इंडिया गठबंधन की राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है. वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस पर कहा कि INDIA के 2 प्रमुख दल DMK और कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता कह रहे हैं कि सनातन धर्म को खत्म कर देना चाहिए. इन लोगों ने वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति करने के लिए हमारी संस्कृति का अपमान किया है.