हैदराबाद: तेलंगाना में बीते दो दिनों से हो रही भारी बारिश के बीच कोई संकट मोचक बनकर आया तो वो थी हमारी फौज जिन्होंने अपनी जान पर खेलकर ना जाने कितने लोगों को मौत के मुंह से निकाल लिया. हैदाराबाद में मुसलाधार बारिश और तेज बहाव के बीच सिख रेजिमेंट के जवानों ने मोर्चा संभाला और बाढ़ जैसे हालात के बीच फंसे लोगों को बाहर निकाला और उन्हें सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया.
टीवी से लेकर सोशल मीडिया तक कई तस्वीरें सामने आई जहां बारिश में भीगे हुए सिख रेजिमेंट के जवान बच्चों, औरतों और बूढ़ों को बाहर निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाते दिखे. सिख रेजिमेंट के जवानों की बहादुरी का ही नतीजा था तेज बहाव में फंसे लोग जिनतक मदद पहुंचना लगभग नामुमकिन था मुमकिन हो सका. भारतीय सेना में सिख रेजिमेंट का गौरवशाली इतिहास रहा है. सिख रेजिमेंट को किसी मिशन पर भेजना ही उस मिशन के कामयाबी की गारेंटी मानी जाती है.
सरहद पर दुश्मनों के दांत खट्टे करने हों या फिर भारत के किसी दूर-दराज इलाके में कोई रेस्क्यू ऑपरेशन, सिख रेजिमेंट ने कभी पीछे मुड़कर देखना नहीं सीखा. एक सैनिक होना क्या होता है शायद इसी की मिसाल कहीं देखने को मिलती है तो वो हमारी सेना की सिख रेजिमेंट है जो एक तरफ जंग के मैदान में दुश्मनों को कीड़े-मकोड़ों की तरह मसलकर रख देती है वहीं जब देश के भीतर कोई संकट आता है तो वहां भी जान की बाजी लगाकर लोगों की जान बचाती है. शायद यही वजह है कि देश का सच्चा नागरिक फौज और फौजियों का इतना सम्मान करता है क्योंकि उन्हें पता है कि आज वो घर पर चैन की नींद सो रहे हैं तो सिर्फ इसलिए कि कोई है जो उनके लिए अपनी नींद, सुख-चैन, घर-परिवार का त्याग कर बॉर्डर पर उनकी रक्षा कर रहा है.
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