दिल्ली की राजनीति में आम आदमी पार्टी (AAP) ने बड़ा फैसला लिया है। आतिशी को दिल्ली की नई मुख्यमंत्री चुना गया है।
नई दिल्ली: दिल्ली की राजनीति में आम आदमी पार्टी (AAP) ने बड़ा फैसला लिया है। आतिशी को दिल्ली की नई मुख्यमंत्री चुना गया है। अरविंद केजरीवाल ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे विधायक दल ने सर्वसम्मति से मंजूर कर लिया। आतिशी अब दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं। इससे पहले सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित ने भी दिल्ली की कमान संभाली थी। वर्तमान में, आतिशी कालकाजी विधानसभा से विधायक हैं और उनके पास 13 मंत्रालयों की जिम्मेदारी है।
आतिशी के पति का नाम प्रवीण सिंह है। उन्होंने साल 2020 के चुनाव के दौरान अपने हलफनामे में प्रवीण सिंह को सोशल वर्कर बताया था। हालांकि, प्रवीण सिंह हमेशा लाइमलाइट से दूर रहते हैं। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि वह एक रिसर्चर और एजुकेटर हैं। प्रवीण सिंह ने आईआईटी दिल्ली से पढ़ाई की है और बाद में आईआईएम अहमदाबाद से भी शिक्षा प्राप्त की है।
आतिशी का जन्म 8 जून 1981 को दिल्ली में हुआ था और आतिशी पंजाबी राजपूत परिवार से आती हैं। उनके पिता विजय सिंह और माता तृप्ता वाही, दोनों ही दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) में प्रोफेसर रहे हैं। उनके पिता ने ‘मार्क्स’ और ‘लेनिन’ के नाम से मिलाकर उनका नाम ‘आतिशी मार्लेना’ रखा था। हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान आतिशी ने अपने नाम से ‘मार्लेना’ हटाकर केवल ‘आतिशी’ का इस्तेमाल शुरू किया।
चुनाव आयोग में दिए गए हलफनामे के अनुसार, आतिशी के पास कुल 1.41 करोड़ रुपये की संपत्ति है। वहीं, उनके पति प्रवीण सिंह के पास 81.42 लाख रुपये की संपत्ति है। 2018-19 में आतिशी की सालाना कमाई 5.20 लाख रुपये थी, और उनके बैंक अकाउंट में 36 हजार रुपये जमा थे। इसके अलावा, आतिशी के पास 39 लाख और 18 लाख रुपये की दो एफडी भी थीं।
2020 के चुनावी हलफनामे में, आतिशी ने अपने पति प्रवीण सिंह की 2018-19 की कुल आय 3.71 लाख रुपये बताई थी। प्रवीण सिंह के पास 10 हजार रुपये कैश और उनके बैंक अकाउंट में 8.13 लाख रुपये जमा थे। इसके अलावा, उनके नाम पर 54.5 लाख रुपये की एफडी भी थी।
आतिशी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से की थी। 2015 से 2018 तक, वह दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की शिक्षा सलाहकार थीं। इसके बाद वह आम आदमी पार्टी की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी (PAC) की सदस्य भी बनीं। 2019 में उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें गौतम गंभीर से हार का सामना करना पड़ा।
आतिशी की शुरुआती पढ़ाई नई दिल्ली के स्प्रिंगडेल्स स्कूल में हुई। उन्होंने सेंट स्टीफन कॉलेज से ग्रेजुएशन और मास्टर्स की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से चिवनिंग स्कॉलरशिप पर मास्टर्स की दूसरी डिग्री प्राप्त की।आतिशी आम आदमी पार्टी की संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। 2013 में जब AAP ने अपना पहला मेनिफेस्टो जारी किया, तो उसमें आतिशी की अहम भूमिका थी।
ये भी पढ़ें:केजरीवाल ने आतिशी को क्यों बनाया दिल्ली का सीएम, कैसे एक चाल से सबको दे पटका
ये भी पढ़ें:माता-पिता आतंकी अफ़ज़ल गुरु के भक्त, बेटी संभालेगी दिल्ली की गद्दी, सीएम बनते ही लपेटे में आतिशी!