Human Skeltons Found Behind SKMCH Hospital: बिहार के मुजफ्फरपुर के श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज एंव अस्पताल के पीछे मौजूद जगंल में मानव कंकाल के मिलने का मामला सामने आया है. बिहार स्वास्थ विभाग ने इस मामले के जांच के आदेश दे दिए हैं. मुजफ्फरपुर का श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज एंव अस्पातल पहले ही चमकी बुखार के चलते हुई 100 से अधिक बच्चों की मौत की वजह से सवालों के घेरे में हैं.
नई दिल्ली. Human Skeltons Found Behind SKMCH Hospital: बिहार के मुजफ्फरपुर के श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज एंव अस्पताल(SKMCH) के पीछे मानव कंकाल मिलने से हड़कंप मच गया है. अस्पताल की बिल्डिंग के पीछे मौजूद जंगल में एक बोरे में करीब 100 मानव कंकाल के अवशेष मिले है. स्वास्थ विभाग की तरफ से इस पूरे मामले के जांच के आदेश दिए गए हैं. यह मामला तब सामने आया है जब श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज अस्पताल का प्रशासन पहले ही इन्सेफलाइटिस के चलते हुई मौतों के कारण सवाल के घेरे में है. अस्पताल के पीछे मिले इन मानव कंकालों का न तो दाह संस्कार किया गया है, न ही इन्हें दफनाया गया है.
श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज एंव अस्पताल के एक जांच दल ने पुलिस के साथ मानव कंकाल मिलने वाली जगह का निरीक्षण किया. अस्पातल के पीछे मौजूद जंगल में एक या दो जले हुए शव मिले है. साथ ही मानव कंकालों के अवशेष भी पर बोरियों में भरे हुए मिले है. बिहार स्वास्थ विभाग ने इस मामले के जांच के आदेश दिए हैं. एक जांच दल मौंके पर पहुंच भी गया है, जहां पर मानव कंकाल मिले थे.
अहियापुर के एसएचओ सोना प्रसाद सिंह ने कहा जांच के बाद ही यह खुलासा हो पाएगा कि लावारिश शव यहां कैसे जलाए गए. डॉक्टर विपिन कुमार ने कहा कि कंकाल के अवशेष यहां मिले हैं. मामले की पूरी जानकारी प्रिंसिपल द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी. अस्पताल के सुपरिटेंडेट डॉ सुनील कुमार शाही ने कहा पोस्टमॉर्टम विभाग शवों की देखरेख करता है. अगर खुले में मानव कंकाल मिले हैं तो यह वाकई में अमानवीय है. नियमों पर नजर डालें तो जब अस्पताल को कोई शव मिलता है, तो पहले नजदीकी पुलिस स्टेशन से तुरंत संपर्क करना होता है और इस संबंध में एक रिपोर्ट फाइल करनी होती है. रिपोर्ट फाइल होने के 72 घंटे बाद तक शव को पोस्टमॉर्टम रूम में ही रखना होता है.
चमकी बुखार के चलते पहले ही हो चुकी है 128 बच्चों की मौत
जानलेवा बुखार चमकी के चलते पहले ही मुजफ्फरपुर में 128 बच्चों की मौत हो चुकी है. इसमें श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज एंव अस्पातल में 108 और केजरीवाल अस्पताल में 20 बच्चें अपनी जान गंवा चुके हैं. बिहार के वैशाली जिले स्थिति हरिवंशपुर गांव में इन्सेफलाइटिस के चलते सबसे ज्यादा 11 मौते हुई हैं. चमकी बुखार के चलते हुई मौतों से नीतीश सरकार सवालों के घेरे में हैं.