Howrah Cash Scandal: सीआईडी के हाथ में कैश कांड की जांच, 10 दिन के पुलिस रिमांड में भेजे गए तीनों कांग्रेस विधायक

Howrah Cash Scandal: कोलकाता। पश्चिम बंगाल के हावड़ा में 30 जुलाई को एक कार में सवार झारखंड कांग्रेस के तीन विधायकों के पास से लाखों रुपए कैश बरामद हुआ था। पुलिस ने रविवार शाम को 3 विधायकों समेत पांचों आरोपियों को हावड़ा की कोर्ट में पेश किया। अदालत ने जमानत याचिका खारिज करते हुए सभी […]

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Howrah Cash Scandal: सीआईडी के हाथ में कैश कांड की जांच, 10 दिन के पुलिस रिमांड में भेजे गए तीनों कांग्रेस विधायक

Vaibhav Mishra

  • August 1, 2022 9:34 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

Howrah Cash Scandal:

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के हावड़ा में 30 जुलाई को एक कार में सवार झारखंड कांग्रेस के तीन विधायकों के पास से लाखों रुपए कैश बरामद हुआ था। पुलिस ने रविवार शाम को 3 विधायकों समेत पांचों आरोपियों को हावड़ा की कोर्ट में पेश किया। अदालत ने जमानत याचिका खारिज करते हुए सभी को 10 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। इसी बीच सीआईडी ने इस पूरे मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है।

कांग्रेस ने बीजेपी पर लगाए आरोप

पश्चिम बंगाल के हावड़ा में शनिवार को पुलिस ने झारखंड के तीन कांग्रेसी विधायकों के पास से काफी संख्या में रुपये बरामद किया। इस मामले को लेकर अब राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस ने इसे लेकर रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय ने जानकारी दी कि तीनों विधायकों को सस्पेंड कर दिया। कांग्रेस नेता ने कहा कि ये भाजपा का ऑपरेशन लोटस या कमल नहीं बल्कि ‘ऑपरेशन कीचड़’ है।

लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई जा रही है

कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडेय ने कहा कि आज जिस तरह से लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई जा रही है, वह इतिहास में काले अक्षरों से लिखा जाएगा। आज देश में लोकतांत्रिक माध्यम से चुनकर आई सरकारों को अस्थिर करने का खुला षड्यंत्र चल रहा है। जो अपने आप को देश के लिए प्रेरणा स्रोत बताते हैं, साफ-सुथरे कपड़े पहन कर अपने चरित्र का बखान करते हैं, एक स्वच्छ राजनीति का वक्तव्य देते हैं। वे गैर-भाजपा शासित राज्यों में सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर, उन्हें अस्थिर करने से नहीं चूक रहे है।

‘भाजपा के प्रकोष्ठ’ की तरह काम रही है

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अरुणाचल प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश राजस्थान, महाराष्ट्र, गोवा और अब झारखंड। भाजपा हर महीने अपनी निम्नस्तरीय राजनीति का उदाहरण पेश करती है। भाजपा जिन राज्यों में चुनाव के जरिए अपनी सत्ता कायम नहीं कर पाती। वहां किस तरह के हथकंडे अपनाती है? किस तरह पैसे खर्च करती है? किस तरह सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करती है? आपको इस तरह के कई उदाहरण देखने को मिल जाएंगे। सरकारी एजेंसियों का जो काम होना चाहिए, उन्होंने वो काम करना बंद कर दिया है। वे आज ‘भाजपा के प्रकोष्ठ’ की तरह काम कर रही हैं।

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