Howrah Cash Scandal: कोलकाता। झारखंड कैश कांड में पश्चिम बंगाल पुलिस ने तीनों आरोपी विधायकों को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि विधायकों के पास से 49 लाख 98 हजार 300 रूपए कैश मिले हैं। पुलिस ने जानकारी दी कि इस पूरी जांच की वीडियोग्राफी हुई है। झारखंड के तीनों विधायकों के […]
कोलकाता। झारखंड कैश कांड में पश्चिम बंगाल पुलिस ने तीनों आरोपी विधायकों को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि विधायकों के पास से 49 लाख 98 हजार 300 रूपए कैश मिले हैं। पुलिस ने जानकारी दी कि इस पूरी जांच की वीडियोग्राफी हुई है। झारखंड के तीनों विधायकों के साथ पुलिस ने ड्राइवर और एक और व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है।
बताया जा रहा है कि रात भर चली पूछताछ के दौरान तीनों विधायक सही जवाब नहीं दे पाए। जिसके बाद पांचों लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पश्चिम बंगाल पुलिस ने शनिवार को कांग्रेस के तीन विधायकों- इरफान अंसारी, राजेश कच्चाप और नमन बिक्सल कोंगरी की गाड़ी में जांच के दौरान लाखों नकदी बरामद किया था।
पश्चिम बंगाल के हावड़ा में शनिवार को पुलिस ने झारखंड के तीन कांग्रेसी विधायकों के पास से काफी संख्या में रुपये बरामद किया। इस मामले को लेकर अब राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस ने इसे लेकर आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय ने जानकारी दी कि तीनों विधायकों को सस्पेंड कर दिया। कांग्रेस नेता ने कहा कि ये भाजपा का ऑपरेशन लोटस या कमल नहीं बल्कि ‘ऑपरेशन कीचड़’ है।
कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडेय ने कहा कि आज जिस तरह से लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई जा रही है, वह इतिहास में काले अक्षरों से लिखा जाएगा। आज देश में लोकतांत्रिक माध्यम से चुनकर आई सरकारों को अस्थिर करने का खुला षड्यंत्र चल रहा है। जो अपने आप को देश के लिए प्रेरणा स्रोत बताते हैं, साफ-सुथरे कपड़े पहन कर अपने चरित्र का बखान करते हैं, एक स्वच्छ राजनीति का वक्तव्य देते हैं। वे गैर-भाजपा शासित राज्यों में सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर, उन्हें अस्थिर करने से नहीं चूक रहे है।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अरुणाचल प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश राजस्थान, महाराष्ट्र, गोवा और अब झारखंड। भाजपा हर महीने अपनी निम्नस्तरीय राजनीति का उदाहरण पेश करती है। भाजपा जिन राज्यों में चुनाव के जरिए अपनी सत्ता कायम नहीं कर पाती। वहां किस तरह के हथकंडे अपनाती है? किस तरह पैसे खर्च करती है? किस तरह सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करती है? आपको इस तरह के कई उदाहरण देखने को मिल जाएंगे। सरकारी एजेंसियों का जो काम होना चाहिए, उन्होंने वो काम करना बंद कर दिया है। वे आज ‘भाजपा के प्रकोष्ठ’ की तरह काम कर रही हैं।