Covid19 in India: चीन समेत कई देशों में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. भारत में भी इसके फैलाव को रोकने पर काफी ध्यान दिया जा रहा है। केंद्र सरकार ने लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी है. सभी राज्यों को सतर्क रहने और अपनी कोविड संबंधी तैयारियां पूरी करने को कहा गया है। देश की राजधानी दिल्ली में सरकार भी कोरोना को लेकर सतर्क है. कल दिल्ली के अस्पतालों में भी मॉक ड्रिल भी हुई थी.
खबरों के मुताबिक, दिल्ली सरकार मरीजों के इलाज से लेकर तमाम इंतजाम करने के लिए 104 करोड़ रुपये का फंड भी जारी करेगी. साथ ही दिल्ली के तमाम अस्पतालों को कोविड की तैयारियों का डेटा उपलब्ध कराने को भी कहा गया है। इस बीच दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में कोरोना को लेकर क्या तैयारी है, यह जानना भी जरूरी है. मामले बढ़ेंगे तो मरीजों का इलाज किस तरह से होगा?
अभी के समय में जीटीबी अस्पताल में कोविड मरीजों के लिए 150 बेड का संचालन किया जा रहा है। मामले बढ़े तो 24 घंटे के भीतर और 450 बेड भी खुल सकते हैं, हालांकि दूसरे मरीजों की देखभाल पर भी उतना ही ध्यान दिया जा रहा है. इसीलिए 150 बेड को ऑपरेशन में लाया गया है. फिलहाल अस्पताल में सिर्फ एक कोविड मरीज भर्ती है।
बात करें राजीव गांधी अस्पताल की तो, यहाँ पर भी कोविड मरीजों के लिए भी 600 बेड की व्यवस्था की गई है। सभी बेड में ऑक्सीजन सिस्टम है। बेड में ही सेंट्रल लाइन से ऑक्सीजन की आपूर्ति होती है। इस मामले में, एक अलग सिलेंडर की जरूरत नहीं है। अस्पताल के ऑक्सीजन सिस्टम की क्षमता पिछले एक से लगभग तीन गुना बढ़ा दी गई है। मरीजों के इलाज के लिए सभी आवश्यक उपकरण और कर्मी उपलब्ध हैं, भले ही आने वाले दिनों में मामले बढ़े, तब भी अस्पताल में भर्ती होने या मृत्यु के मामलों में वृद्धि की कोई संभावना नहीं है।
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