दिल्ली: दिल्ली के पूर्व डिप्टी CM मनीष सिसोदिया शराब घोटाले आरोपों को लेकर मुश्किलों में हैं। जहाँ राउज एवेन्यू कोर्ट ने सिसोदिया को 20 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। वहीं, मनीष सिसोदिया को कोर्ट कस्टडी में रहते हुए जेल में अपनी दवाइयाँ, डायरी, पेन और भगवत गीता रखने की इजाजत दी गई है। […]
दिल्ली: दिल्ली के पूर्व डिप्टी CM मनीष सिसोदिया शराब घोटाले आरोपों को लेकर मुश्किलों में हैं। जहाँ राउज एवेन्यू कोर्ट ने सिसोदिया को 20 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। वहीं, मनीष सिसोदिया को कोर्ट कस्टडी में रहते हुए जेल में अपनी दवाइयाँ, डायरी, पेन और भगवत गीता रखने की इजाजत दी गई है। इस दौरान जेल प्रशासन ने कोर्ट को बताया कि जेल में बंदियों के लिए विपश्यना व्यवस्था भी है।
आपको बता दें, मनीष सिसोदिया के कोर्ट में गिरफ्तार होने के बाद तिहाड़ जेल में हाईलेवल मीटिंग शुरू हुई। तिहाड़ प्रशासन को बैठक में तय करना है कि मनीष सिसोदिया को कहाँ रखा जाए, इसको लेकर बैठक चल रही है। हालाँकि बैठक में खुद तिहाड़ जेल के डीजी मौजूद हैं। कहा जाता है कि मनीष सिसोदिया को शराब घोटाले में पहले से ही गिरफ्तार किए गए अन्य आरोपियों और एक अन्य PMLA मामले में बंद संतेंद्र जैन से अलग रखा गया है।
आपको बता दें कि मनीष सिसोदिया ने 28 फरवरी को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता वाली कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था। वहीं, जासूसी एजेंसी मनीष सिसोदिया की हिरासत का इस्तेमाल शराब नीति पर विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों पर कानूनी राय वाली एक महत्वपूर्ण लापता फाइल का पता लगाने के लिए करना चाहती है, जिसे अभी तक ट्रेस नहीं किया जा सका है।
वहीं, आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मनीष सिसोदिया को CBI प्रताड़ित करने में लगी है और उन पर झूठे आरोप वाले दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने का दबाव बनाया जा रहा है। सिसोदिया के खिलाफ CBI के पास कोई सबूत नहीं है। उन्होंने कभी किसी लापता सबूत का जिक्र नहीं किया। उन्होंने उसके घर पर छापा मारा, लेकिन अभी तक उन्हें कुछ मिला नहीं है।