नई दिल्ली, भारतीय रिज़र्व बैंक से प्राप्त जानकारी के मुताबिक 31 मार्च 2022 तक बैंक में जमा हुए 500 और 2000 रुपए के नोट में 87.1% नोट नकली निकले हैं. जबकि एक साल पहले 31 मार्च 2021 तक यह आंकड़ा 85.7% था जो इस साल के मुताबिक कम था. इसका मतलब यह है कि बाजार में नकली नोट घूम रहे हैं. आप भी इन नोटों को पहचानने में गलती न कर दें इसलिए चलिए आपको बताते हैं कि कैसे नकली-असली नोटों की पहचान की जाए.
भारतीय रिज़र्व बैंक की रिपोर्ट कहते हैं कि 500 के नोट बीते एक साल के अंदर ही करीब दोगुने हो चुके हैं. जहां 2021-2022 की यह रिपोर्ट बताती है कि एक साल के अंदर ही 500 रूपए के नोटों में 101. 9 फीसद बढ़ोतरी हुई है. इसके अलावा 2000 के नोटों में भी एक साल के दौरान 54.16 प्रतिशत में इज़ाफ़ा हुआ है. इस आंकड़े को लेकर अब सरकार काफी परेशान है. जहां सरकार चाहती है कि जल्द से जल्द लोगों की मदद से वह इन नोटों की तस्करी को पकड़ पाए. जिसके लिए आपको सतर्क होने की जरूरत है. तो आइये आपको बताते हैं क्या है असली और नकली नोटों में फर्क करने का तरीका।
अक्सर नकली नोटों में पाया गया है कि 500 और 2000 लिखने का तरीका असली तरीके से अलग होता है.
इसके अलावा 45 डिग्री के एंगल पर अपने नोट को रखें अगर आपको यहां से 500 या 2000 लिखा नज़र आता है तो यह नोट असली है.
यह देवनागरी में लिखा हुआ नंबर होगा जो आपको दिखाई देगा.
इसके अलावा अगर आप नोट के बीच में लगी तार को देखें तो इसपर RBI अपना मार्क लगाता है यदि यह मार्क नहीं है तो नोट नकली है.
बता दें, सिर्फ पांच सौ और दो हज़ार ही नहीं बल्कि बीस, दस और बाकी नोटों की संख्या में भी नकली नोटों को पाया गया है. जहां 10 के 16.4 फीसद नकली नोटों ने मार्किट में वैल्यू ली है. वहीं 20 के 16.5 फीसद नकली नोटों ने मार्किट में जगह बनाई हुई है.
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