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Agnipath Scheme Protest: अग्नपिथ योजना के खिलाफ आंदोलन से रेलवे को कितना हुआ नुकसान? रेलमंत्री ने संसद में दी जानकारी

Agnipath Scheme Protest: नई दिल्ली। संसद का इस वक्त मानसून सत्र चल रहा है। इसी बीच उच्च सदन राज्यसभा में कई सांसदों ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से कई सवाल पूछे थे। जिसका जवाब शुक्रवार को रेलमंत्री ने दिया। इन सवालों में केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ हुए आंदोलन को लेकर भी कई […]

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Agnipath Scheme Protest: अग्नपिथ योजना के खिलाफ आंदोलन से रेलवे को कितना हुआ नुकसान? रेलमंत्री ने संसद में दी जानकारी
  • July 23, 2022 1:18 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

Agnipath Scheme Protest:

नई दिल्ली। संसद का इस वक्त मानसून सत्र चल रहा है। इसी बीच उच्च सदन राज्यसभा में कई सांसदों ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से कई सवाल पूछे थे। जिसका जवाब शुक्रवार को रेलमंत्री ने दिया। इन सवालों में केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ हुए आंदोलन को लेकर भी कई सवाल थे। जिसका जवाब देते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सदन को बताया कि इस अग्निपथ योजना के खिलाफ हुए आंदोलन से भारतीय रेलवे को कुल 259.44 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। आंदोलन के दौरान, 15 जून से 23 जून के बीच 2132 ट्रेनों को रद्द किया गया था।

रद्द ट्रेनों के यात्रियों को वापस दिया गया पैसा

राज्यसभा को लिखित प्रश्न के उत्तर में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव बताया ने कि अग्निपथ आंदोलन के चलते जिन ट्रेनों को रद्द किया गया। उनके यात्रियों को टिकट का पूरा पैसा वापस कर दिया गया है। कुल 102.96 करोड़ रुपये यात्रियों को वापस किए गए हैं।

ट्रेनों पर हमले की जवादेही राज्य सरकारों की है

रेलमंत्री ने एक अन्य प्रश्न के उत्तर में सदन को बताया कि खड़ी या चलती ट्रेनों पर होने होने वाले हमलों की जिम्मेदारी संवैधानिक नियमों के अनुसार हमेशा ही संबंधित राज्य की होती है, क्योंकि लॉ एंड ऑर्डर राज्य का विषय है।

आंदोलन के दौरान दो लोगों की गई थी जान

बता दें कि अग्निपथ स्कीम के खिलाफ हुए आंदोलन के दौरान सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 2 लोगों की मौत हो गई थी और 35 के करीब लोग घायल हो गए थे। इस आंदोलन के दौरान रेलवे परिसर से कुल 2,642 उपद्रवियों को गिरफ्तार भी किया गया था। सेना में भर्ती की इस नई योजना के खिलाफ हुए प्रदर्शन में रेलवे को सबसे ज्यादा नुकसान बिहार और तेलंगाना राज्य में हुआ था।

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