अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के अगर 20 विधायक की सदस्यता जाती है. आम आदमी पार्टी को 19 सीटों का नुकसान होगा 20 का नहीं. क्योंकि 20वें विधायक जरनैल सिंह पहले ही विधायक पद से इस्तीफा दे चुके हैं. और उसकी राजौरी गार्डेन सीट पर उप-चुनाव में बीजेपी के टिकट पर अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा 2017 में जीत दर्ज कर चुके हैं.
नई दिल्ली. 2015 में 67 सीटों के प्रचंड बहुमत के साथ दिल्ली की सत्ता पर विराजमान होने वाली आम आदमी पार्टी की मुश्किलें बढ़ गई है. शुक्रवार को सीएम अरविंद केजरीवाल को अब तक सबसे बड़ा झटका लगा है. चुनाव आयोग ने आज बैठक के बाद लाभ के मामले में आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया है. अब इस प्रस्ताव को चुनाव आयोग राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा. अगर राष्ट्रपति भी इस प्रस्ताव पर मुहर लगाते हैं और अगर आम आदमी पार्टी 20 (असल में 19) विधायकों की सदस्यता चली गई तो सवाल उठता है कि दिल्ली की सरकार पर क्या प्रभाव पडेगा.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अब अगर 20 आम आदमी पार्टी विधायकों के सदस्यता रद्द करने पर राष्ट्रपति मुहर लगा देते हैं, तो 70 में से आम आदमी पार्टी के विधायकों की संख्या 46 रह जाएगी. जोकि बहुमत के आंकड़े से बहुत ज्यादा होगी. दरअसल दिल्ली में सरकार बनाने के लिए 36 विधायकों की आवश्यकता है. जबकि आम आदमी पार्टी के पास बहुमत के आंकड़े से 10 विधायक अधिक होंगे. तो अगर 19 सीटों में से आप सारी सीटें हार भी जाए तो भी विधानसभा में उसका बहुमत बचा रहेगा और सरकार पर चुनाव आयोग के इस फैसले का असर नहीं होगा.
20 जिनको अयोग्य घोषित होना है राष्ट्रपति से उनमें 19 ही होंगे क्योंकि 20वां जरनैल सिंह पहले ही विधायक पद से इस्तीफा दे चुका है और उसकी राजौरी गार्डेन सीट पर उप-चुनाव में बीजेपी के टिकट पर अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा 2017 में जीत दर्ज कर चुके हैं.
ये हैं आम आदमी पार्टी के वो 20 विधायक जिनकी विधायकी खतरे में पड़ गई है.
1. प्रवीण कुमार
2. शरद कुमार
3. आदर्श शास्त्री
4. मदन लाल
5. चरण गोयल
6. सरिता सिंह
7. नरेश यादव
8. जरनैल सिंह
9. राजेश गुप्ता
10. अलका लांबा
11. नितिन त्यागी
12. संजीव झा
13. कैलाश गहलोत
14. विजेंद्र गर्ग
15. राजेश ऋषि
16. अनिल कुमार वाजपेयी
17. सोमदत्त
18. सुखबीर सिंह दलाल
19. मनोज कुमार
20. अवतार सिंह