संजय गांधी ने कई लाख लोगों की नसंबदी करवाई. उनके इस योजना को लेकर राजनीतिक गलियारे में चर्चा होने लगी कि उन्होंने मुसलमानों को ध्यान में यह योजना बनाई है. हालांकि आगे चलकर कांग्रेस को इसका नुकसान भी उठाना पड़ा. 1977 के चुनाव में इंदिरा बुरी तरह से हार गईं.
नई दिल्ली: संजय गांधी ने करीब एक करोड़ लोगों की नसबंदी करवाई थी, माना गया कि ये योजना मुसलमानों को ध्यान में रखकर बनाई गई थी. उसके बाद दिल्ली जामा मस्जिद इलाके में ब्यूटीफिकेशन के नाम पर जो तोड़फोड़ की गई, खासतौर पर तुर्कमान गेट कांड पर तो मधुर भंडारकर ने इंदु सरकार जैसी फिल्म ही बना डाली. इसका सीधा खामियाजा इंदिरा गांधी को 1977 के चुनावों में उठाना पड़ा, दिल्ली में मुसलमानों का बड़ा चेहरा जामा मस्जिद के शाही इमाम ने इंदिरा के खिलाफ जनता पार्टी को समर्थन दे दिया और इंदिरा बुरी तरह हार गईँ.
अब जब जनता पार्टी सरकार आपस में ही लड़कर गिर गई तो 1980 में फिर से चुनाव हुए. इंदिरा कतई नहीं चाहती थीं कि इस बार वो चुनाव हार जाएं, वो किसी भी कीमत पर जीतना चाहतीं थीं, ऐसे में उनको मुसलमानों के लीडर्स से मिलने और माफी मांगने से भी कोई गुरेज नहीं था. इंदिरा ने इमाम बुखारी से 10 प्वॉइंट के एजेंडे को मानने पर भी हामी भर दी. उसके बाद 1980 में कांग्रेस बड़े अंतर से चुनाव जीतकर वापस आई. लेकिन उसके बाद इमाम बुखारी जरूर राजनीति में बार बार दखल देने लगे. किसने इंदिरा को जेल से छुड़ाने के लिए कर लिया था प्लेन का हाईजैक? जानने के लिए देखिए हमारा ये वीडियो शो विष्णु शर्मा के साथ.