नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड पहुंचे सैलानी पहाड़ों पर बोझ बन गए। क्रिसमस के बाद अब नया साल मनाने के लिए यहां पर्यटकों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। होटल और होम स्टे सब फुल हो चुके हैं। बिना प्रीबुकिंग कराए घूमने पहुंचे पर्यटकों को ठहरने के लिए मुंह मांगी कीमत देनी पड़ रही […]
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड पहुंचे सैलानी पहाड़ों पर बोझ बन गए। क्रिसमस के बाद अब नया साल मनाने के लिए यहां पर्यटकों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। होटल और होम स्टे सब फुल हो चुके हैं। बिना प्रीबुकिंग कराए घूमने पहुंचे पर्यटकों को ठहरने के लिए मुंह मांगी कीमत देनी पड़ रही है। सबसे बड़ी मुसीबत तो सड़क पर लगा लंबा जाम है। यहां जो टूरिस्ट 3 से 4 दिन की छुट्टी मनाने के लिए पहुंच रहे। उनको 24 घंटे से अधिक समय तक जाम से जूझना पड़ रहा है।
क्रिसमस के दो दिन पहले से पहाड़ों पर पहुंच रही भीड़ का क्रम बढ़ गया है। न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड के पहाड़ों पर लोग पहुंच रहे हैं। सबसे अधिक खराब हालात हिमाचल प्रदेश के शिमला, मनाली, धर्मशाला, कसोल और लाहौल स्पीति के हैं। इसी तरह उत्तराखंड में भी नैनीताल, ऑली, चमोली पहुंचने वाले पर्यटकों के कारण लगातार जाम के हालात बने हुए हैं। हालात इतने खराब हैं कि पुलिस को सैलानियों के लिए एडवाइजरी जारी करनी पड़ी है। पर्यटकों से कहा गया है कि वो सुबह और शाम के समय कार से न निकलें।
पर्यटकों की भारी भीड़ की वजह से हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में होटल फुल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि शिमला, कसौली, मनाली, धर्मशाला और अन्य टूरिस्ट स्पॉट के 90 से 95 प्रतिशत तक होटल फुल हो चुके हैं। वहीं दिसंबर के शुरुआत में होटलों की ऑक्यूपेंसी 30 प्रतिशत से भी कम की थी। उत्तराखंड के चमोली, नैनीताल, ऑली और अन्य टूरिस्ट स्पॉट के भी यही हालात हैं।