नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार शाम देश में मानसून के दौरान बाढ़ की स्थिति से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक शाम चार बजे गृह मंत्रालय के कार्यालय में शुरू हुई। दरअसल तीन दिन पहले केरल में मानसून और तमिलनाडु, बिहार और उप-हिमालयी पश्चिम […]
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार शाम देश में मानसून के दौरान बाढ़ की स्थिति से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक शाम चार बजे गृह मंत्रालय के कार्यालय में शुरू हुई। दरअसल तीन दिन पहले केरल में मानसून और तमिलनाडु, बिहार और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में भारी बारिश को देखते हुए केंद्र सरकार सतर्क हो गई है।
वहीं इस बैठक से जुड़े अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि यह एक वार्षिक समीक्षा बैठक है। इस बैठक में गृह मंत्री तैयारियों का जायजा लेते हैं और केंद्र और राज्य एजेंसियों के बीच समन्वय को मजबूत करने के निर्देश देते हैं ताकि बाढ़ की भविष्यवाणी और जल स्तर में वृद्धि के लिए एक स्थायी व्यवस्था हो सके। गृह मंत्री ने पिछले साल 15 जून को भी इसी तरह की बैठक की थी।
केंद्रीय गृह मंत्री से जल शक्ति मंत्रालय को बड़े बांधों से गाद निकालने के लिए एक तंत्र विकसित करने की सलाह देने की उम्मीद है, जो बांध भंडारण क्षमता बढ़ाने और बाढ़ नियंत्रण में मदद करेगा। केंद्रीय मंत्री एनडीआरएफ को बाढ़ प्रभावित राज्यों के राज्य आपदा मोचन बलों के प्रमुखों के साथ बैठक करने का भी निर्देश दे सकते हैं।
बैठक में जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री गजेंद्र शेखावत, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के महानिदेशक और केंद्रीय जल आयोग के महानिदेशक सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
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