नई दिल्ली। HIV Breakthrough: एम्स्टर्डम यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर से जुड़े विशेषज्ञों ने एड्स को लेकर एक बड़ा दावा किया है। उन्होंने लैब प्रयोगों के दौरान संक्रमित कोशिकाओं से एचआईवी को सफलतापूर्वक समाप्त कर दिया है। उन्होंने जिस प्रक्रिया का उपयोग किया उसे क्रिस्प कहते हैं। बता दें कि क्रिस्प डीएनए स्ट्रैंड को काटने के लिए […]
नई दिल्ली। HIV Breakthrough: एम्स्टर्डम यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर से जुड़े विशेषज्ञों ने एड्स को लेकर एक बड़ा दावा किया है। उन्होंने लैब प्रयोगों के दौरान संक्रमित कोशिकाओं से एचआईवी को सफलतापूर्वक समाप्त कर दिया है। उन्होंने जिस प्रक्रिया का उपयोग किया उसे क्रिस्प कहते हैं। बता दें कि क्रिस्प डीएनए स्ट्रैंड को काटने के लिए विशेष एंजाइमों का उपयोग करता है तथा ये उसी तरह काम करता है, जिस तरह कैंची काम करती है।
डॉ. एलेना हेरेरा-कैरिलो के अनुसार, ये तकनीक वायरस का पता लगाना तथा उसे खत्म करना संभव बना सकती है। एक मीडिया रिपोर्ट में यह कहते हुए प्रजेंट किया गया कि यह घोषित करना काफी जल्दबाजी होगी कि क्षितिज पर कोई इलाज है लेकिन ये प्रारंभिक निष्कर्ष बहुत ही उत्साहजनक है।
बता दें कि चिकित्सा प्रौद्योगिकी में प्रगति के कारण 95% से अधिक ब्रिटिश लोगों में वायरस का स्तर इतना कम है कि ये उनके रक्त में नहीं पाया जा सकता है या फिर प्रसारित नहीं किया जा सकता। हालांकि, उनको लंबे समय तक दवा की आवश्यकता होती है। ये स्थिति अभी भी उन लोगों के लिए घातक हो सकती है, जो लोग अपनी बीमारी से अनजान हैं या अच्छी स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच के बिना अविकसित देशों में रह रहे हैं।