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दरगाह पर चादर चढ़ाने को लेकर हिंदू हुए खफा, भगवा ने ही की बगावत, वजह जानकर दंग रह जाएंगे

पीएम मोदी हर साल उर्स के मौके पर अजमेर शरीफ पर चादर चढ़ाते हैं। वहीं हर बार की तरह इस बार भी पीएम मोदी की ओर से अजमेर शरीफ में चादर चढ़ाई जाएगी. इस बार यह चादर केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरण रिजिजू चढ़ाएंगे, लेकिन पीएम मोदी के इस फैसले से हिंदू सेना नाराज हो गई है.

Hindus got angry over offering chadar at Dargah, saffron rebelled, you will be stunned to know the reason
inkhbar News
  • January 2, 2025 3:46 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 months ago

नई दिल्ली: पीएम मोदी हर साल उर्स के मौके पर अजमेर शरीफ पर चादर चढ़ाते हैं। वहीं हर बार की तरह इस बार भी पीएम मोदी की ओर से अजमेर शरीफ में चादर चढ़ाई जाएगी. इस बार यह चादर केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरण रिजिजू चढ़ाएंगे, लेकिन पीएम मोदी के इस फैसले से हिंदू सेना नाराज हो गई है. दरअसल, हिंदू सेना ने पीएम मोदी से अपील की थी कि वह अजमेर शरीफ में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर चादर न चढ़ाएं क्योंकि उनका दावा है कि दरगाह में वास्तव में भगवान शिव का एक प्राचीन मंदिर है।

चादर चढ़ाने का फैसला किया

वहीं परंपरा को कायम रखते हुए पीएम मोदी ने अब 11वीं बार अजमेर शरीफ की दरगाह में चादर चढ़ाने का फैसला किया है, जिससे हिंदू सेना नाराज हो गई है और विरोध करना शुरू कर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय को यह पत्र हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने लिखा था। जिसमें उन्होंने अनुरोध किया था कि जब तक दरगाह और मंदिर का मामला कोर्ट में लंबित है तब तक पीएम मोदी की ओर से दरगाह में चादर चढ़ाने का कार्यक्रम स्थगित कर दिया जाए. हिंदू सेना की अपील के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दरगाह में चादर चढ़ाने का फैसला किया है.

शिव मंदिर होने का दावा किया

आपको बता दें कि हिंदू सेना के संस्थापक और अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने अजमेर शरीफ में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के अंदर एक प्राचीन शिव मंदिर होने का दावा किया है और वह इससे संबंधित मामला अदालत में लड़ रहे हैं। उन्होंने अदालत में पर्याप्त सबूत पेश किए और दावा किया कि अजमेर शरीफ में महादेव का एक प्राचीन मंदिर है जो चौहान राजवंश के दौरान बनाया गया था।

उन्होंने अपने मामले में पूरी दरगाह का वैज्ञानिक सर्वेक्षण कराने की अपील की है. अब पीएम मोदी से अपील की गई है कि इस मामले पर कोर्ट का फैसला आने तक चादर चढ़ाने के फैसले को टाल दिया जाए. याद रहे, कोर्ट इस मामले पर 24 जनवरी को सुनवाई करेगा.

हिंदू सेना की स्थापना की

विष्णु गुप्ता हिंदू सेना के संस्थापक और अध्यक्ष हैं। यूपी के एटा जिले के रहने वाले विष्णु गुप्ता सालों पहले दिल्ली आकर बस गए और यहां हिंदू सेना की स्थापना की. हिंदू सेना का उद्देश्य भारत में लव जिहाद, इस्लामिक कट्टरवाद, शरिया कानून और इस्लामीकरण का विरोध करना है। इस्लामीकरण का विरोध करना और शरिया कानून, लव जिहाद और इस्लामीकरण के खिलाफ आवाज उठाना और इसे रोकना।

अदालत में लंबित हैं

अब इस मुद्दे के चलते वह लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। चूंकि ये मामले अभी भी अदालत में लंबित हैं, इसलिए दरगाह पर आयोजित होने वाले वार्षिक उर्स में हर बार की तुलना में अधिक बल तैनात किया गया है। दरगाह पर चल रहे उर्स में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के तहत 600 जवानों की रैपिड एक्शन फोर्स, सीआरपीएफ और बॉडी वॉर्न कैमरे लगाए गए हैं।

 

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