नई दिल्ली: आपको तो पता ही होगा कि बांग्लादेश में कुछ दिनों से माहौल खराब चल रहा है. वहीं शेख हसीना ने इस्तीफा दिया, तो दूसरी तरफ संसद में वक्फ बोर्ड का मामला पहुंचा. देखा जाए तो हिंदू-मुस्लिम दोनों का मामला चल रहा है. एक तरफ बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है, तो […]
नई दिल्ली: आपको तो पता ही होगा कि बांग्लादेश में कुछ दिनों से माहौल खराब चल रहा है. वहीं शेख हसीना ने इस्तीफा दिया, तो दूसरी तरफ संसद में वक्फ बोर्ड का मामला पहुंचा. देखा जाए तो हिंदू-मुस्लिम दोनों का मामला चल रहा है. एक तरफ बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है, तो दूसरी तरफ हमारे देश में वक्फ बोर्ड का मुद्दा छिड़ चुका है. वहीं चित्रकूट की धरा से जगतगुरु कहे जाने वाले स्वामी रामभद्राचार्य ने भविष्यवाणी की. उन्होंने कहा कि देश विरोधी ताकतें मिट्टी में मिलने वाली हैं.
बता दें कि हिंदुओं के अस्तित्व को बचाने के लिए जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि पीएम मोदी से वह निवेदन कर रहे हैं कि बांग्लादेश में जो लोगों के साथ हुआ वे बहुत दुखद है. उस देश में लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई गई. वहां हिंदू अल्पसंख्यक रूप में रह रहे हैं. बांग्लादेश में हिंदुओं के घर जलाए जा रहे हैं. इतना ही नहीं बहन, बेटियों की इज्जत से साथ खेला जा रहा है. इस सबको सुनकर मैं बहुत दुखी हूं. मैं भारत सरकार से कहूंगा कि वह हिंदुओं की चिंता करें.
खासकर पीएम मोदी से कहूंगा कि बांग्लादेश में हो रहे दंगों पर हस्तक्षेप करें. बांग्लादेश को ये नहीं भूलना चाहिए कि वो जो बना है, वो भारत की सहायता से ही बना था. मैं पूरी हिंदू जनता से अब कह रहा हूं कि दुश्मनी को भुलाकर हिंदुत्व की आवाज को बुलंद किया जाए और हिंदुओं के स्वाभिमान की रक्षा की जाए.
वहीं जगतगुरु ने कहा कि 1995 वाले वक्फ एक्ट जो अब तक चला आ रहा है, उसमें मोदी सरकार ने जो दखलंदाजी की तो इन लोगों को सहन नहीं हो रहा है. हालांकि, बिल संसद में अभी पेश हुआ है और उसे जेपीसी में भेज दिया गया है. लेकिन क्या वक्फ बोर्ड की जो असीमित ताकत है उस पर रोक लगाना जरूरी नहीं है.
उन्होंने कहा की अच्छा होगा कि वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पास हो जाए. हालांकि विपक्ष तो इसका विरोध करेगा ही, क्योंकि वह हिंदुओं का विरोधी है और भारत का भी है. यह सारे लोग जयचंद के वंशज हैं, किसी को भी भारत से मतलब नहीं हैं. वक्फ बोर्ड जो जमीन चाहता है, उसे अपनी जमीन बता देते हैं. इनकी जो जमीन है, वो अधिग्रहण हो जानी चाहिए. इनसे हमें कठोरता से पेश आना चाहिए.