Hindu Sena Balckens Babar Road Signboard: दक्षिणपंथी संगठन हिंदू सेना ने नई दिल्ली के बंगाली मार्केट के पास बाबर रोड के साइन बोर्ड को काले रंग से रंग दिया है. हिंदू सेना के इस कदम से दिल्ली की सियासत गर्म हो गई है. बाबर रोड के साइन बोर्ड पर कालिख पोतने वाले हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं ने सरकार से मांग की है कि विदेशी आक्रमणकारी के नाम पर रखा इस सड़क का नाम बदला जाए. इस रोड का नाम बदलकर भारत के किसी महापुरुष के नाम पर रखा जाए. हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं ने कहा कि यह देश श्रीराम, श्रीकृष्ण, महाऋषि वाल्मिकी और संत रविदास का है, बाबर जैसे आक्रमणकारी और अत्याचारी शासक का नहीं है.
नई दिल्ली. Hindu Sena Balckens Delhi Babar Road Signboard: दक्षिणपंथी संगठन हिंदू सेना ने नई दिल्ली के बंगाली मार्केट के पास बाबर रोड के साइन बोर्ड को काले रंग से रंग दिया है. हिंदू सेना के इस कदम से दिल्ली की सियासत गर्म हो गई है. बाबर रोड के साइन बोर्ड पर कालिख पोतने वाले हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं ने सरकार से मांग की है कि विदेशी आक्रमणकारी के नाम पर रखा इस सड़क का नाम बदला जाए. इस रोड का नाम बदलकर भारत के किसी महापुरुष के नाम पर रखा जाए.
हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं ने कहा कि यह देश श्रीराम, श्रीकृष्ण, महाऋषि वाल्मिकी और संत रविदास का है, बाबर जैसे आक्रमणकारी और अत्याचारी शासक का नहीं है. इसलिए इस सड़क का नाम बाबर के नाम पर नहीं होना चाहिए. हालांकि नई दिल्ली नगर पालिका की तरफ से इस पूरे घटनाक्रम पर कोई बयान नहीं आया है. हालांकि यह कोई पहली बार नहीं है जब हिंदू संगठन से जुड़े लोगों ने दिल्ली में किसी साइन बोर्ड पर कालिख पोती है. ऐसी घटनाए पहले भी हो चुकी है.
Delhi: Hindu Sena workers have defaced Babar Road signboard in Bengali Market area demanding the name of the road be changed. pic.twitter.com/ME3D5MKHpD
— ANI (@ANI) September 14, 2019
दरअसल इससे पहले मई 2015 में कुछ हिंदू संगठनों द्वारा बादशाह अकबर और फिरोजशाह तुगलक के नाम पर लगे साइनबोर्ड को हटा दिया गया था और उसके स्थान पर शिवसेना के पोस्टर चिपकाए गए थे. संगठन ने कहा था कि हमने यह कदम सार्वजनिक जगहों के नाम मुस्लिम आक्रमणकारियों और देश विरोधी तत्वों के नाम पर रखने के लिए उठाया है.
वहीं बात हिंदू सेना की करें तो कुछ समय पहले पड़ोसी देश श्रीलंका में हुए आतंकी हमले के बाद हिंदू सेना ने बुर्के का विरोध किया था. हमले के बाद वहां की सरकार ने महिला के बुर्का पहनने पर प्रतिबंध लगाया था. इसके बाद से भारत में भी तमाम राजनीतिक दलों के साथ सामाजिक संगठनों ने भी मांग की थ. संगठन का कहना था कि भारत में भी बुर्का पर बैन लगे. हिंदू सेना ने केंद्रीय गृह सचिव राजीव गाबा को पत्र लिखकर श्रीलंका की तरह राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारत में बुर्का बैन करने की मांग की थी.