हिमाचल प्रदेश: धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश की शीतकालीन राजधानी धर्मशाला में आज विधानसभा भवन के मुख्यद्वार पर खालिस्तान झंडा और बाहरी चारदीवारीं पर ‘खालिस्तान’ लिख मिलने से हड़कंप मच गया. आज स्थानीय लोगों द्वारा सूचना पाकर पुलिस टीम तुंरत विधानसभा भवन पहुंची. जिसके बाद पुलिस झंडे को हटाया और खालिस्तानी नारों को मिटाया. जानकारी के मुताबिक, […]
धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश की शीतकालीन राजधानी धर्मशाला में आज विधानसभा भवन के मुख्यद्वार पर खालिस्तान झंडा और बाहरी चारदीवारीं पर ‘खालिस्तान’ लिख मिलने से हड़कंप मच गया. आज स्थानीय लोगों द्वारा सूचना पाकर पुलिस टीम तुंरत विधानसभा भवन पहुंची. जिसके बाद पुलिस झंडे को हटाया और खालिस्तानी नारों को मिटाया. जानकारी के मुताबिक, सीसीटीवी फुटेज के जरिए पुलिस इसकी जांच में जुट गई है. खालिस्तानी झंडे व पोस्टर लगाने वालों की पहचान की जा रही है. फिलहाल, इस घटना के बाद हिमाचल की राजनीति बवाल मच गया है।
इस पूरे मामले को लेकर मीडिया से बात करते हुए कांगड़ा के एसपी खुशाल शर्मा ने बताया कि विधानसभा गेट से खालिस्तानी झंडे और पोस्ट को हटा दिया गया है. पुलिस को संदेह है कि ये हरकत पंजाब से आए पर्यटकों की हो सकती है. एसपी ने आगे बताया है कि हिमाचल प्रदेश पुलिस इस मामले में केस दर्ज करने जा रही हैं।
बता दें कि इससे पहले खालिस्तान समर्थक गुरुपतवंत सिंह पन्नू ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को धमकी देते हुए कहा था कि खालिस्तान समर्थक 29 अप्रैल को शिमला में खालिस्तान का झंडा फहराएंगे. जिसके बाद मुख्यमंत्री ठाकुर ने इस धमकी पर कहा था कि ऐसी धमकी पहले भी मिल चुकी है और इसे गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है।