हिमाचल में जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सभी नेता व कार्यकर्ता जश्न मना रहे हैं. हिमाचल में बीजेपी ने कांग्रेस की सरकार को हटाया, तो वहीं गुजरात में भाजपा की सत्ता कायम रही है. चुनाव परिणाम के शुरुआती रुझानों में दोनों ही राज्यों में पीएम मोदी का मैजिक चलता नजर आया. हिमाचल प्रदेश में दोनों पार्टियों की जीत की उम्मीद थी जिसके लिए कांग्रेस और बीजेपी, दोनों ही पार्टियों ने 30 हजार बकरे पहले ही बुक कर लिए थे.
शिमला: हिमाचल में जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सभी नेता व कार्यकर्ता जश्न मना रहे हैं. हिमाचल में बीजेपी ने कांग्रेस की सरकार को हटाया, तो वहीं गुजरात विधानसभा में भाजपा सरकार की सत्ता कायम रही. चुनाव परिणाम के शुरुआती रुझानों से ही दोनों ही राज्यों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मैजिक चलता दिखा. जीत के बाद सोशल मीडिया पर भाजपा को बधाई देने का तांता लग गया. वहीं हिमाचल प्रदेश में दोनों पार्टियों को जीत की उम्मीद थी जिसके लिए कांग्रेस और बीजेपी, दोनों ही पार्टियों ने 30 हजार बकरे पहले ही बुक कर लिए थे. ये बकरे जीत के जश्न के लिए बुक किए गए हैं. भाजपा की सरकार अब जीत के बाद मटन खाकर और खिलाकर जीत का स्वाद चखेगी. वहीं कांग्रेस को ये एडवांस बुकिंग थोड़ी मंहगी पड़ गई है. बता दें कि खुशी के मौके पर गुजरात में जहां पेड़े बांटे जाते हैं, वहीं दिल्ली में लड्डू बांटे जाते हैं. ऐसे में हिमाचल चूंकि पहाड़ी इलाका है, लिहाजा यहां मिठाई का पाचन कर पाना लोगों के लिए थोड़ा मुश्किल होता है. जबकि ठंडा इलाके होने की वजह से मटन पहाड़ी लोगों के शरीर में गर्माहट देता है.
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 की 68 सीटों पर वोटों कि गिनती सुबह सुबह 8 बजे से शुरू हुई. इसके साथ ही रुझानों का सिलसिला जारी है. हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 के अब तक के रुझान के मुताबिक बीजेपी 44, कांग्रेस 20 और अन्य 4 सीटों पर आगे हैं. अब तक 15 सीटों के आधिकारिक नतीजे आ चुके हैं जिसमें बीजेपी 9, कांग्रेस 5 और सीपीएम 1 सीट जीत चुकी हैं. 48 परसेंट से ज्यादा वोट लेकर बीजेपी 44 सीटों जीतकर 68 सीटों वाली विधानसभा में आराम से बहुमत के ऊपर चल रही है. बीजेपी को 2012 में 26 सीटें मिली थीं जिसमें मोटा-मोटी 18 सीटों की बढ़त दिख रही है. वहीं कांग्रेस 2012 की 36 सीटों से गिरकर 20 सीटों पर जाती दिख रही है. कांग्रेस ने मौजूदा सीएम वीरभद्र सिंह को ही सीएम कैंडिडेट बनाया था. वीरभद्र और उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह दोनों ही अपनी-अपनी सीटों पर आगे चल रहे हैं.
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में 9 नवंबर को मतदान हुआ था. जिसमें कुल 74.61 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई थी. बता दें कि हिमाचल विधानसभा चुनाव प्रचार में पीएम मोदी ने कई रैलियों को संबोधित किया था. 2012 के चुनाव में हिमाचल प्रदेश में 36 सीटें जीतकर कांग्रेस ने सरकार बनाई थी जबकि बीजेपी ने 27 सीटें जीती थीं और पिछले पांच साल से विपक्ष में लगातार वीरभद्र सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप को सबसे बड़ा हथियार बनाकर लड़ रही है. 5 सीटों पर अन्य पार्टियों और निर्दलीय को जीत मिली थी.
हिमाचल के अहम आंकड़े
75.28 फीसदी रिकॉर्ड मतदान हुआ.
68 सीटों पर भाजपा-कांग्रेस मैदान में है.
42 पर बसपा व 14 पर माकपा प्रत्याशी भी मैदान में हैं.
42 मतगणना केंद्रों पर काउंटिंग जारी है.
1985 से भाजपा व कांग्रेस बारी-बारी से जीत रहे हैं.
आंकड़ों की नजर में
कुल सीटें- 68
प्रत्याशी मैदान में – 337
पुरुष प्रत्याशी मैदान में -318
महिला प्रत्याशी मैदान में-19