हिमाचल प्रदेश में वामपंथ की एंट्री हो गयी है. हिमाचल की थेओग सीट से CPM पार्टी के राकेश सिंघा ने बीजेपी की राकेश वर्मा और कांग्रेस के दीपक रहौर को मात देकर जीत दर्ज कर ली है. राकेश सिंघा की इस जीत के बाद वामपंथ की हिमाचल प्रदेश में 24 साल बाद एंट्री हुई है.
शिमला. हिमाचल की राजनीति में कई मोड़ सामने आते दिखाई रहे हैं. प्रेम कुमार धूमल के हारने के बाद एक बड़ा फेर बदल और हुआ है. दरअसल हिमाचल प्रदेश की राजनीति में सीपीएम ने भी एंट्री मार ली है. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी उम्मीदवार राकेश सिंघा ने थियोग सीट से जीत दर्ज कर ली है. CPM के राकेश सिंघा ने बीजेपी की राकेश वर्मा और कांग्रेस के दीपक रहौर को हराया है. राकेश सिंघा ने हिमाचल में जबरदस्त जीत दर्ज करते हुए 2000 मतों से जीत का परचंम लहराया है.
दिलचस्प बात ये है कि हिमाचल प्रदेश की राजनीति के 24 सालों में लेफ्ट की एंट्री हुई है. उससे पहले 1993 में जब हिमाचल में एक सीट पर वामपंथ ने कब्जा जमाया था उस समय भी राकेश सिंघा की जीत की वजह से ही. दरअसल राकेश सिंघा हिमाचल प्रदेश में वामपंथ का मजबूत चेहरा माने जाते हैं. काफी लंबे समय के बाद सिंघा ने जीत के साथ अपनी राजनीति की नई शुरुआत करेंगे. बता दें राकेश सिंघा का जन्म 1956 में शिमला के कोटगड़ में हुआ था. वो एक किसान परिवार से नाता रखते हैं. राकेश सिंघा ने अपना राजनैतिक करियर अपनी पढ़ाई के दौरान ही शुरु किया था. छात्र राजनीति से ही वो वामपंथी विचारधारा से प्रभावित थे. बता दें हिमाचल की ठियोग सीट को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है. इस के बावजूद सिंघा का जीतना महत्वपूर्ण माना जा रहा है. गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में वीरभद्र सिंह और उनके बेटे विक्रमादित्य ने जीत दर्ज करने के करीब हैं तो वहीं बीजेपी के प्रेम कुमार धूमल को हार मिली है.
https://youtu.be/WEne7E5YTdM