Political reaction on Hijab Controversy नई दिल्ली. Political reaction on Hijab Controversy कर्नाटक हिजाब विवाद को लेकर राजनीती गरमा गई है. तमाम बड़े नेता, मंत्री यहां तक की नोबल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई (Malala Yousafzai) ने भी इस मामलें पर अपनी प्रतिक्रिया दी हैं. अब इस मामलें पर पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने […]
नई दिल्ली. Political reaction on Hijab Controversy कर्नाटक हिजाब विवाद को लेकर राजनीती गरमा गई है. तमाम बड़े नेता, मंत्री यहां तक की नोबल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई (Malala Yousafzai) ने भी इस मामलें पर अपनी प्रतिक्रिया दी हैं. अब इस मामलें पर पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने अपनी टिपण्णी की है. उन्होंने कहा कि ये देश अब गृहयुद्ध की ओर बढ़ रहा है. हिजाब विवाद को लेकर कर्नाटक में राज्य सरकार ने 3 दिन के लिए सभी स्कूलों को बंद किया है और यह मामला फ़िलहाल हाईकोर्ट में दर्ज है.
हिजाब विवाद पर किसने क्या कहा
कांग्रेस सचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा
प्रियंका गाँधी वाड्रा ने कहा कि ‘’चाहे वह बिकनी हो, घूंघट हो, जींस हो या हिजाब. यह तय करना एक महिला का अधिकार है कि वह क्या पहनना चाहती है. यह अधिकार महिलाओं को भारतीय संविधान ने दिया है. महिलाओं को प्रताड़ित करना बंद करो. #ladkihoonladsaktihoon (लड़की हूं, लड़ सकती हूं).’’
मलाला यूसुफजई
वहीँ इस मामले पर नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई (Malala Yousafzai) ने भी ट्वीट कर कहा कि ‘हिजाब पहने लड़कियों को स्कूल में एंट्री ना देना भयावह है. भारत में लड़कियों को उसके कपडे पहने जाने से आका जाता है, भारतीय नेताओं को मुस्लिम महिलाओं को हाशिए पर जाने से रोकना चाहिए.’
इस मामलें पर केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नक़वी ने कहा कि हमारे देश में अल्पसंख्यक लोगों के आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक अधिकार बराबर है. इसलिए हिजाब के नाम पर हंगामा करना ठीक नहीं है. हर स्कूल और कॉलेज का अपना ड्रेस कोड है, जिसे फॉलो करना आवश्यक है, लेकिन कुछ लोग इस मुद्दे पर भी साम्प्रदायिक कील ठोकना चाहते है.
हिजाब विवाद पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi ) ने ट्वीट कर लड़की को बहादुर बताया। उन्होंने कहा कि पहले तो मैं उस लड़की को सलाम करता हूँ जिसने बिना डरे वहां खड़े लड़को को मुहतोड़ जवाब दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं लड़की के मां-बाप को सलाम पेश करता हूं. इस लड़की ने मिसाल पेश की है. हमे भीख माँगकर कोई भी चीज प्राप्त नहीं होगी, हम सभी को इस प्रकार अपने हक के लिए आवाज उठानी होगी। बता दें AIMIM चीफ ने अपने कई ट्वीट में कर्नाटक के लड़कियों की तारीफ की है और उन्होंने पीएम को इस मामलें पर घेरते हुए कहा कि प्रधानमंत्री 2 बार सदन में बोल चुके है, लेकिन इस मामलें पर उन्होंने अभी तक कुछ नहीं बोलै, वे मौन खड़े है. उनका मौन क्या कहता है? क्या यही बीजेपी का ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ है.
केशव मौर्य
केपी मौर्य ने हिजाब विवाद पर भाजपा का तर्क रखते हुए कांग्रेस को निशाने पर ले लिया है। उन्होंने कहा कि हिजाब विवाद कांग्रेस करवा रही है। कांग्रेस इस विवाद को जान बूझकर तूल दे रही है। ऐसा करने से कांग्रेस को कोई लाभ नहीं मिलने वाला है। यूपी की जनतासब जानती है।
हिजाब पर यूपी सरकार के मंत्री मोहसिन रजा का कहना है कि हमारे देश के संस्कार हैं कि हम लोग माताओं-बहनों से नजर नीचे करके बात करते हैं। यही हमारी संस्कृति है। जो हिजाब की बात कर रहे हैं वो बेहिजाब लोग हैं। अपनी संस्कृति को देखें तो हिजाब पर बात करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
क्या है विवाद
दरअसल पिछले कुछ समय से कर्नाटक के कई स्कूलों और कॉलेजों में हिजाब/बुर्का को लेकर बवाल मचा हुआ है. मुस्लिम धर्म से जुडी महिलाओ कॉलेज में बुर्खा पहनकर अपना विरोध दर्ज करवा रही हैम जबकि हिन्दू धर्म के लोग भगवा स्कार्फ पहनकर अपनी बात पर अड़े हुए है. मामला इतना गरमा गया कि मुद्दा सीधे हाईकोर्ट पहुंच गया. बता दें हालही में कर्नाटक राज्य सरकार ने राज्य में Karnataka Education Act-1983 की धारा 133 लागू की है, जिसके तहत सभी छात्रों को स्कूल में यूनिफॉर्म पहनकर आना अनिवार्य है. इसी कारण अब सभी सरकारी स्कूल और कॉलेज में तो तय यूनिफॉर्म पहनी ही जाएगी ,साथ ही प्राइवेट स्कूल और कॉलेज को अपनी ड्रेस चुनने को कहा गया है. इसी के तहत जब कुछ छात्र यूनिफार्म में हिजाब डालकर पिछेल महीने अपने कॉलेज पहुंचे तो कॉलेज प्रशासन ने छात्राओं को हिजाब पहनने के लिए मना किया साथ ही बताया कि ये कॉलेज प्रशासन खिलाफ है. इसी के बाद शहर के अलग-अलग हिस्सों में हिजाब को लेकर विवाद छिड़ गया और मामलें ने तूल पकड़ लिया। इस मामलें पर अब सभी की निगाहें हाईकोर्ट के फैसले पर अटकी हुई है.