नई दिल्ली। भारत मे सबसे ज्यादा संख्या में किसान और दिहाड़ी मजदूर हैं, मजदूरों की संख्या ज्यादा होने एवं लगातार उनकी आवश्यकता होने के बावजूद भारत के तमाम राज्यों में उनकी मजदूरी बेहद कम है, लेकिन तमाम राज्यों के पीछे छोड़ते हुए केरल में मजदूरों को जो दिहाड़ी मिल रही है, वह अन्य राज्यों की […]
नई दिल्ली। भारत मे सबसे ज्यादा संख्या में किसान और दिहाड़ी मजदूर हैं, मजदूरों की संख्या ज्यादा होने एवं लगातार उनकी आवश्यकता होने के बावजूद भारत के तमाम राज्यों में उनकी मजदूरी बेहद कम है, लेकिन तमाम राज्यों के पीछे छोड़ते हुए केरल में मजदूरों को जो दिहाड़ी मिल रही है, वह अन्य राज्यों की अपेक्षा बहुत ज्यादा है। आइए इस खबर में हम आपको बताते हैं कि, केरल में मजदूरों को कितनी दिहाड़ी मिलती है। साथ ही अन्य राज्यों की भी चर्चा करते हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार केरल के मजदूरों को देश के अन्य राज्यों की अपेक्षा सबसे अधिक मजदूरी मिलती है। केरल मे प्रति व्यक्ति मजदूरी की सालाना आय 1,94,767 रुपए है, यदि प्रतिदिन की मजदूरी की बात करें तो यहां 838 रुपए प्रतिदिन मिलते हैं।
केरल की तुलना में भारत के किसी भी राज्य मे मजूदरी बेहद ही कम है, इस सूची मे हरियाणा और पंजाब का नाम क्रमश: दूसरे और तीसरे नंबर में आता है. केरल की तुलना में इन राज्यों में मजदूरी आधी ही मिलती है, तो सोचिए अन्य राज्यों में क्या हाल होगा हम आपको बता दें कि, हरियाणा में प्रतिदिन की मजदूरी 421 रुपए जबकि पंजाब मे प्रतिदिन की मजदूरी 386 रुपए प्रति व्यक्ति है।
वैसे गुजरात को देश भर के राज्यों मे कथित रूप से सबसे विकसित राज्यों की सूची में रखा जाता है लेकिन यहाँ मजदूरों की हालत काफी खस्ता है, गुजरात के भीतर मजदूरों की प्रतिदिन की दिहाड़ी 296 रुपए हैं जो सालाना 213936 रुपए होती है, वहीं यदि हम उत्तर प्रदेश की बात करें तो, यहां मजदूरों को प्रतिदिन मजदूरी 335 और बिहार में 328 रुपए दी जाती है।