‘संविधान बचाओ’ रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर बरसे राहुल गांधी, जानिए कांग्रेस अध्यक्ष के भाषण की दस बड़ी बातें
‘संविधान बचाओ’ रैली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दलित उत्पीड़न,रेप की घटनाओं, बेरोजगारी जैसे तमाम मुद्दों को लेकर निशाना साधा. साल भर तक चलते वाले इस अभियान की शुरुआत नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम से हुई. इस खबर में जानिए राहुल गांधी के भाषण की दस बड़ी बातें
April 23, 2018 2:20 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्लीः 2019 में होने वाले लोकसभा को मद्देनजर रखते हुए दलितों को रिझाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम से ‘संविधान बचाओ’ अभियान की शुरुआत की. कांग्रेस अध्यक्ष ने इस दौरान केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला. देश में बढ़ रही रेप की घटनाओं, बेरोजगारी, दलित उत्पीड़न जैसे तमाम मुद्दों पर राहुल गांधी ने पीएम की चुप्पी पर सवाल उठाए. पढ़िए राहुल गांधी के भाषण की दस बड़ी बातें.
उन्नाव रेप केस में बीजेपी विधायक कुल्दीप सिंह सेंगर का नाम सामने आने पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि आज देश की बेटियों को बीजेपी नेताओं से बचाना है. मोदी जी 2019 में नारा देंगे बेटी बचाओ, बीजेपी के लोगों से बचाओ.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरे सामने खड़े होने से भी घबराते हैं. संसद में मोदी जी 15 मिनट भी मेरे सामने खड़े नहीं हो पाएंगे.
भाषण के दौरान राहुल गांधी ने पूछा कि दो करोड़ लोगों के रोजगार का क्या हुआ. उन्होंने कहा कि पीएम ने अर्थव्यवस्था की धज्जियां उड़ा दी हैं.
पीएम मोदी अपनी किताब कर्मयोग में वाल्मिकी समुदाय के मैला ढोने को आध्यात्मिक अनुभव बताकर सही ठहराया है, उनकी इस मानसिकता से ही उनकी दलितों के प्रति विचार साफ हो जाते हैं.
उन्होंने सवाल किया कि शौचालय साफ करना अध्यात्म कैसे. देश का दलित समुदाय पीएम नरेंद्र मोदी से नाराज हैं. पूरे देश में दलित समाज पर अत्याचार बढ़ें हैं.
कांग्रेस पार्टी ने 70 साल में देश की इज्जत बनाई है और पिछले 4 साल में मोदी जी ने इस इज्जत पर चोट मारी है.
जब भी BJP और RSS इस समाज के कमजोर और दलित लोगों पर हमला करेंगे कांग्रेस पार्टी उनके हितों की रक्षा करेगी.
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में देश की जनता पीएम मोदी को अपने मन की बात बताएगी.
पीएम मोदी ने बीजेपी सांसदों और विधायकों को बोलने से मना कर दिया. वह चाहते हैं पूरा देश सिर्फ उनके मन की बात सुने.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिल में दलितों के लिए कोई जगह नहीं. पूरे देश का दलित उनसे नाराज है.