नई दिल्लीः बरियातू की 8.86 एकड़ जमीन हड़पने की कोशिश मामले में ईडी की हिरासत में पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के साथ चार्जशीटेड हिलेरियस कच्छप की मंगलवार की रात हृदयगति रुकने से मौत हो गई। सीने में दर्द की शिकायत पर हिलेरियस के परिवारवाले उसे लेकर रिम्स पहुंचे थे। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत […]
नई दिल्लीः बरियातू की 8.86 एकड़ जमीन हड़पने की कोशिश मामले में ईडी की हिरासत में पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के साथ चार्जशीटेड हिलेरियस कच्छप की मंगलवार की रात हृदयगति रुकने से मौत हो गई। सीने में दर्द की शिकायत पर हिलेरियस के परिवारवाले उसे लेकर रिम्स पहुंचे थे। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। हिलेरियस पहले से बीमार चल रहा था और उसे कई बीमारियां थी। बता दें कि हिलेरियस कच्छप डीएवी बरियातू के समीप श्रेया इंक्लेव रोड का निवासी था।
बरियातू की विवादित जमीन मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने इसी 30 मार्च को रांची स्थित ईडी की विशेष अदालत में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, हेमंत के दोस्त सह आर्किटेक्ट विनोद सिंह, रैयत राजकुमार पाहन, बड़गाईं अंचल के पूर्व राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद और जमीन कारोबारी हिलेरियस कच्छप पर चार्जशीट दाखिल की थी।
ईडी ने चार्जशीट में दावा किया है कि हिलेरियस कच्छप हेमंत सोरेन के कब्जे वाली 8.86 एकड़ जमीन का सत्यापन कराने में बड़गाईं अंचल के तत्कालीन राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के साथ शामिल था। वह हेमंत सोरेन के लिए उक्त जमीन की घेराबंदी के लिए चारदीवारी तैयार करवाने में संलिप्त था। वहीं चारदीवारी के भीतर बने एक कमरे में बिजली का मीटर लगा है। उस मीटर पर हिलेरियस कच्छप दिवाकर नगर बरियातू सदर का नाम लिखा हुआ था।
हिलेरियस कच्छप के नाम से बिजली का कनेक्शन लिया गया था
ईडी ने चार्जशीट में दावा किया है कि बरियातू की 8.86 एकड़ जमीन खाली थी। उसपर कोई निर्माण कार्य नहीं हुआ था। हेमंत सोरेन ने उस जमीन पर अवैध तरीके से पहले कब्जा किया था। हिलेरियस कच्छप वही व्यक्ति था, जिसने हेमंत सोरेन को सहयोग किया और उस जमीन के स्थानीय मालिक की तरह रहा।
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