नई दिल्ली। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज यानी 31 जनवरी (बुधवार) को गिरफ्तार(Hemant Soren Arrested) कर लिया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को रांची के बड़गाईं में दस्तावेजों में हेरफेर कर के, जमीन की खरीद-बिक्री के मामले में हिरासत में लिया है। बता […]
नई दिल्ली। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज यानी 31 जनवरी (बुधवार) को गिरफ्तार(Hemant Soren Arrested) कर लिया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को रांची के बड़गाईं में दस्तावेजों में हेरफेर कर के, जमीन की खरीद-बिक्री के मामले में हिरासत में लिया है। बता दें कि हेमंत सोरेन को प्रिवेंशन ऑफ मनी लाउंडरिंग एक्ट (पीएमएलए) के अंतर्गत गिरफ्तार किया गया है।
बता दें कि, अगस्त 2023 से जनवरी 2024 के बीच ईडी ने हेमंत सोरेन(Hemant Soren Arrested) को बार 10 समन भेजा था। जिसमें से दो बार उनसे पूछताछ हुई। जिसमें से दूसरी बार बुधवार (31 जनवरी) को मुख्यमंत्री आवास में घंटों पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। राजभवन के बाहर मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने खुद कहा कि मुख्यमंत्री को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल, ईडी द्वारा की जा रही कार्यवाई को जहां झारखंड मुक्ति मोर्चा और हेमंत सोरेन राजनीति से प्रेरित कार्रवाई बता रहे हैं, तो वहीं बीजेपी इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्ती बता रही है। फिलहाल, बता दें कि ईडी जिस मामले में हेमंत सोरेन पर कार्रवाई कर रही है, वह जमीन और खनन घोटाला से जुड़ा हुआ मामल है। हेमंत सोरेन को इसी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धारा 50 के तहत, जांच के संबंध में 10 समन जारी किए जा चुके हैं।
इस दौरान, जांच एजेंसी दो प्रमुख मामलों की जांच कर रही है, जिसमें राज्य की राजधानी में अवैध खनन और जमीन घोटाला शामिल हैं। जमीन घोटाले का मामला सेना के कब्जे वाली जमीन की खरीद-बिक्री से जुड़ा है। जिसमें फर्जी नाम और पता के आधार पर झारखंड में सेना की जमीन की खरीद-फरोख्त की गई थी। इसे लेकर रांची नगर निगम ने एफआईआर दर्ज करवाई थी। ईडी ने उसी एफआईआर के आधार पर प्रवर्तन मामले की सूचना रिपोर्ट (ECIR) दर्ज करके जांच शुरू की थी। इसके अलावा ईडी 2022 से राज्य में अवैध खनन से हुई आय के 100 करोड़ रुपये की भी जांच कर रही है।
वहीं, ईडी ने इन दोनों मामलों में हेमंत सोरेन को 8 समन भेजे थे।13 जनवरी को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को 8वां समन जारी कर के उनसे 16 जनवरी से 20 जनवरी के बीच हाजिर होने के लिए कहा गया था, लेकिन हेमंत सोरेन ने कोई जवाब नहीं दिया और न ही वो ईडी के सामने पेश हुए। इसके बाद ईडी ने उन्हें पिछले दिनों 10वां समन भी भेजा था।
इतना ही नहीं, सोमवार को ईडी की कार्रवाई और पूरे दिन लापता रहने के बाद ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय को मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से सोमवार देर रात (29 जनवरी) एक ऑफिशियल लेटर भेजा गया। जिसमें ईडी को बताया गया था कि हेमंत सोरेन 31 जनवरी को पेश होंगे। बता दें कि उसी समय सूत्रों के हवाले से ये कहा जा रहा था कि ईडी इस मामले में हेमंत सोरेन को अरेस्ट कर सकती है। एहतियातन उनके घर के बाहर और अंदर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे।
इसके पहले तीन दिन तक झारखंड में सियासी हलचल देखी गई थी। 29 जनवरी को हेमंत सोरेन की तलाश में ईडी की टीम दिल्ली स्थित उनके सरकारी आवास के साथ-साथ झारखंड भवन और दिशोम गुरु शिबू सोरेन के आवास पर पहुंची थी। जहां हेमंत सोरेन उन्हें नहीं मिले। वहीं 29 जनवरी की रात कथित तौर पर हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास से एक नीले रंग की बीएमडब्ल्यू कार और 36 लाख रुपए ईडी की टीम द्वारा बरामद किए गए थे।
आज करीब डेढ़ बजे ईडी की टीम भारी संख्या में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों के साथ पूर्व सीएम सोरेन के आवास पहुंची। जहां कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद ईडी की टीम ने पूछताछ शुरू की। इसके पहले सीएम आवास, राजभवन और ईडी कार्यालय के बाहर कड़ी सुरक्षा कर दी गई थी। साथ ही धारा-144 लगा दी गई और किसी तरह के धरना-प्रदर्शन या मीटिंग पर रोक लगा दी गई।
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