नई दिल्ली : दिल्ली-एनसीआर में पिछले 2 दिनों से झमाझम बारिश हो रही है जिसके चलते भीषण गर्मी से लोगों को राहत मिली है. बिपरजॉय चक्रवात ने गुजरात और राजस्थान में काफी तबाही मचाई. इसी चक्रवात की वजह से दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में झमाझम बारिश हुई. बिपरजॉय चक्रवात का असर दिल्ली-एनसीआर में न के […]
नई दिल्ली : दिल्ली-एनसीआर में पिछले 2 दिनों से झमाझम बारिश हो रही है जिसके चलते भीषण गर्मी से लोगों को राहत मिली है. बिपरजॉय चक्रवात ने गुजरात और राजस्थान में काफी तबाही मचाई. इसी चक्रवात की वजह से दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में झमाझम बारिश हुई. बिपरजॉय चक्रवात का असर दिल्ली-एनसीआर में न के बराबर रहा है और यहां पर कोई नुकसान नहीं हुआ.
मौसम विभाग के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में अगले 3 दिनों तक घने बादल छाए रहेंगे. ऐसे में यूपी, राजस्थान और हिरयाणा में लोगों को चिलचिलाती गर्मी से राहत मिलेगी.
बता दें कि दिल्ली में बारिश के दौरान अचानक तेज हवाएं चलने लगी. हवा इतनी तेज थी कि दिल्ली के कई पुराने पेड़ भी गिरे हैं. दिल्ली के जामिया नगर में बने फुट ओवर पर पेड़ गिरने की वजह से क्षतिग्रस्त हो गई है. इसके अलावा इसी इलाके में सड़क किनारे का एक पुराना पेड़ भी गिर गया, जिसके कारण यातायात बाधित हो गया है.
गौरतलब है कि कई मौसम वैज्ञानिकों ने बताया है कि, उत्तर भारत में मौसम का ये असर तटीय राज्यों में आए बिपरजॉय तूफान का असर माना जा रहा है. इसी तूफान की वजह से उत्तर भारत के कई राज्यों में पिछले कुछ दिनों तेज हवाएं चल रही हैं. बारिश के बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस से गिरकर 34 डिग्री सेल्सियस आ गया है. इसके अलावा न्यूनतम तापमान में 29 डिग्री सेल्सियस से 25 डिग्री सेल्सियस हो गया है.
बिपरजॉय तूफान ने राजस्थान और गुजरात में जमकर तबाही मचाया. तटीय इलाकों में काफी नुकसान पहुंचा है.इन दोनों राज्यों में काफी नुकसान हुआ है. सड़कें पूरी तरीके से टूट गई है और कई पेड़ उखड़ गए है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज गुजरात का दौरा किया और बिपरजॉय तूफान से प्रभावित परिवारों से मुलाकात की.
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