नई दिल्ली। देश के कई राज्य में आसमानी आफत लोगों पर कहर बरसा रही है। मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा भारी बारिश (Heavy Rainfall) देखने को मिल रही है। मैदान से लेकर रेगिस्तान तक आसमानी आफत ने लोगों के बेबस और लाचार बना दिया है। ओडिशा, राजस्थान (Rajasthan Flood) और मध्य प्रदेश के साथ-साथ […]
नई दिल्ली। देश के कई राज्य में आसमानी आफत लोगों पर कहर बरसा रही है। मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा भारी बारिश (Heavy Rainfall) देखने को मिल रही है। मैदान से लेकर रेगिस्तान तक आसमानी आफत ने लोगों के बेबस और लाचार बना दिया है। ओडिशा, राजस्थान (Rajasthan Flood) और मध्य प्रदेश के साथ-साथ कई राज्यों में बारिश और बाढ़ (Flood) ने लोगों को परेशानियां बढ़ा रखी हैं।
मध्य प्रदेश के नर्मदा नदी (Narmada River) के किनारे सैलाब सबसे ज्यादा तांडव दिखा रहा है। भोपाल (Bhopal) से सागर तक जल प्रलय हो रखा है। शिवपुरी, नीमच, सीहोर, रायसेन, राजगढ़, विदिशा हर जगह भारी बारिश कहर बनकर टूट रही है।
मध्य प्रदेश बाढ़ में डूब रहा है। भोपाल में भी बारिश से पूरा इलाका पानी में डूब रहा है, लिहाजा मंत्री विश्वास सारंग ने स्वंय राहत और बचाव का मोर्चा संभाला है। उधर, भारी बारिश के कारण धसान नदी में उफान आ गया है। वहीं ढकरानिया गांव में एक परिवार के लगभग 20 लोग सैलाब में फंस गए। प्रशासन को जब इसकी सूचना मिली तो SDRF की टीम को बुलाकर सैलाब में फंसे लोगों का बचाया गया। उफनती नदी के बीच से मोटर बोट की मदद से एक-एक कर सभी लोगों को सुऱक्षित बाहर निकाला गया।
राजस्थान में भी सैलाब आया हुआ है। बारां से सीकर तक आफत की बारिश ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी है। वहीं बंदी में आज स्कूलों की छुट्टियां की गई है। इस भीषण बारिश ने रेगिस्तान की धरती को भी जलमग्न कर दिया है। सीकर, बारां और बूंदी भीषण बारिश के कारण हर कोई बेहाल है। बारां में पुलिया के ऊपर से पानी बहता नजर आया। एक युवक भी यहां सैलाब में बह गया। सोमवार को कई घंटे तलाश करने के बाद युवक का कुछ पता नहीं चल सका। सीकर में भी हालात बेहद खराब है। बारिश ने ड्रेनज सिस्टम की पोल खोल रख दी है। सड़कों पर 4 फीट तक पानी लगा हुआ है। इससे व्यापारियों काफी गुस्से में दिखे।
ओडिशा में बाढ़ का जल अब धीरे धीरे कम हो रहा है, लेकिन लोगों की परेशानियां अभी भी वैसी ही है। लिहाजा प्रशासन लोगों को राहत सामग्री पहुंचाने में लगी हुआ है। ओडिशा के बालासोर में बाढ़ के कारण लगभग 40 हजार लोग प्रभावित हैं। बालासोर के लोग सैलाब से उबरने में लगे ही थे कि झारखंड के गलुडीह बैराज से छोड़ा गया पानी बालासोर के निचले इलाकों में आने लगा, जिससे लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई। प्रशासन राहत और बचाव के काम में लगा है। केंद्रपाड़ा में भी बारिश ने एक बार से फिर लोगों की मुश्किलों को बढ़ा दिया है। लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया जा रहा है। पहले से राहत शिविर में मौजूद लोगों को भी मदद पहुंचाई जा रही है।
हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के अधिकतर हिस्सों में सोमवार को मौसम साफ नजर आया। हालांकि धर्मशाला सहित कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हुई। सोमवार की शाम तक प्रदेश में 104 सड़कों पर गाड़ियों की आवाजाही बंद रही। इस बारिश में करीब 72 मकान, कई दुकानें और गौशालाएं क्षतिग्रस्त हो गई हैं। 140 से ज्यादा बिजली ट्रांसफार्मर और 86 पेयजल योजनाएं भी बंद रही। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 24-25 अगस्त के लिए प्रदेश के कई इलाकों में भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी कर रखा है।