नई दिल्ली। Cyclone Remal: चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ के रविवार आधी रात को बांग्लादेश तथा पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में पहुंचने के बाद विभिन्न क्षेत्रों से एक लाख से अधिक लोगों को निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। बता दें कि मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा कि रेमल के पहुंचने की प्रक्रिया चार […]
नई दिल्ली। Cyclone Remal: चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ के रविवार आधी रात को बांग्लादेश तथा पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में पहुंचने के बाद विभिन्न क्षेत्रों से एक लाख से अधिक लोगों को निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। बता दें कि मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा कि रेमल के पहुंचने की प्रक्रिया चार घंटे तक जारी रही।
पश्चिम बंगाल में चक्रवाती तूफान रेमल का आज यानी सोमवार को भी असर दिखा। बता दें कि यहां 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। रेमल की वजह से कोलकाता सहित कई जगहों पर तूफानी हवाओं के साथ भारी बारिश भी हुई। बता दें कि इसके चलते कच्चे घरों की छतें उड़ गईं, बिजली के खंबे टूट गए और हवा की रफ्तार इतनी तेज थी कि कई जगहों पर पेड़ भी उखड़ गए।
वहीं पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ सी.वी.आनंद बोस ने इस पर कहा कि वो स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं और चक्रवात से निपटने को लेकर समन्वित कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए राज्य तथा केंद्रीय विशेषज्ञों के साथ लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने बंगाल के तटीय क्षेत्रों में निवासियों के लिए सुरक्षा के महत्व पर जोर दिया तथा उनसे चक्रवात के मद्देनजर मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन करने की भी अपील की।