Heat Wave Alert नई दिल्ली, Heat Wave Alert दिल्ली से लेकर गुजरात तक पूरे उत्तरभारत में गर्मी का सितम बरक़रार है. भारत के कई इलाकों में भीषण गर्मी को लेकर हीट वेव भी जारी कर दिया गया है. जहां अगले 3-4 दिनों में अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है. Imd के […]
नई दिल्ली, Heat Wave Alert दिल्ली से लेकर गुजरात तक पूरे उत्तरभारत में गर्मी का सितम बरक़रार है. भारत के कई इलाकों में भीषण गर्मी को लेकर हीट वेव भी जारी कर दिया गया है. जहां अगले 3-4 दिनों में अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है.
Imd के अनुसार मार्च में बढ़ी गर्मी और पिछले कुछ दिनों से शुष्क मौसम का सितम जारी रहने के बाद अब उत्तर और मध्य भारत फिर भीषण गर्मी झेलने जा रहा है. इससे ये तो साफ़ है कि फिलहाल हीट वेव यानि लू से राहत के कोई संकेत नहीं हैं. Imd के अनुसार चिलचिलाती गर्मी और गर्म हवाओं का प्रभाव आने वाले 3-4 दिनों के लिए रहेगा.
राजधानी दिल्ली में सोमवार को न्यूनतम ताप सामान्य से एक अधिक 19 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस रहेगा. अगले कुछ दिनों तक तेज़ हवाएं भी चलेंगी, इसके अलावा 4 से 5 दिनों के भीतर 40-41 डिग्री तक तापमान पहुंच सकता है. भीषण गर्मी और हीट वेव को लेकर भी इस महीने 10 तारिक तक का पूर्वानुमान लगाया गया है. मौसम विभाग की माने तो अधिकतम गर्मी तब कहलाती है जब तापमान सामान्य से 6.4 डिग्री अधिक पहुंच जाता है.
दिल्ली के साथ-साथ गुजरात में भी इस समय गर्मी अपना कहर बरसा रही है. इस दौरान आगामी 4 दिनों के लिए पहले ही मौसम विभाग ने येलो अलर्ट पूरे राज्य में जारी कर दिया है. पूर्वानुमान के अनुसार गुजरात में अधिकतम ताप अगले 3-4 दिनों के भीतर 42 डिग्री सेल्सियस पहुंच जाएगा. गुजरात में बनासकांठा, साबरकांठा, पाटन, महेसाणा, कच्छ, साबरकांठा इलाकों में हीट वेव को महसूस करने की संभावना है. गुजरात के अधिकतर शहरों में भी इस समय 40 डिग्री सेल्सियस ताप दर्ज़ किया गया है.
मालूम हो, देशभर में इस समय रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ रही है और आगे भी इससे ज्यादा गर्मी पड़ने की संभावनाएं हैं. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के आंकड़ों के मुताबिक, देश में 1901 के बाद से सबसे ज्यादा गर्म मार्च महीना रहा, वहीं, इस दौरान अधिकतम तापमान सामान्य से 1.86 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि इस बार देश में औसत वर्षा भी बीते महीने औसत से 71% कम हुई.