नई दिल्ली. HDFC Bank One Lakh Guarantee Cover Declaration Stamp Scares Account Holding Customers, RBI Bank Deposit Insurance Cover Limit: पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक संकट के बाद बैंक डिपॉजिटर्स यानी देशभर के बैंकों में पैसा जमा करने वालों के मन में डर समा गया है कि उनका पैसा बैंक में भी सुरक्षित है या नहीं. दरअसल, अब एचडीएफसी बैंक की पासबुक पर डिपॉजिट बीमा स्टैंप का एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के नियमों का हवाला देते हुए कहा गया है कि अगर बैंक कंगाल या दिवालिया हो जाए या बंद हो जाए तो वैसी स्थिति में बैंक सिर्फ एक लाख रुपये की गारंटी दे सकता है. इसका मतलब ये है कि अगर किसी ने बैंक में 10 लाख, 50 लाख या करोड़ों जमा करा रखे हों तो बैंक के दिवालिया या बंद होने के बाद इंश्योरेंश कवर के रूप में उसे अधिकतम एक लाख रुपये ही मिलेंगे.
एचडीएफसी पासबुक स्टैंप फोटो के सोशल मीडिया पर वायरल होने से लोगों में डर पैदा हो गया है और वे अपने पैसे को लेकर भयभीत हैं. हालांकि यहां बता दूं कि पब्लिक या प्राइवेट सेक्टप की किसी बड़ी बैंक पर दिवालिया होने का खतरा फिलहाल नहीं है, ऐसे में बैंक कस्टमर ज्यादा न डरें. हालांकि ये भी बता दूं कि बीते दिनों पीएनबी, एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक से अरबों रुपये के लोन स्कैम को लेकर भी फिलहाल लोगों के मन में ये डर फैल गया है कि उनका पैसा बैंक में सुरक्षित है भी या नहीं. लोग सोशल मीडिया पर पूछ रहे हैं कि बैंक में पैसा सेफ नहीं है, घर में चोरी का खतरा है तो आम आदमी अपनी कमाई को कहां और कैसे सुरक्षित रखे.
यहां बता दूं कि एचडीएफसी के की पासबुक पर दिख रहे डिपॉजिट स्टैंप को लेकर बैंक ने बयान जारी करते हुए कहा है कि आरबीआई ने 22 जुलाई 2017 को एक सर्कुलर जारी किया था और डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉर्पोरेशन (डीआईसीजीसी) के नाम से बने इन नियमों के मुताबिक, दिवालिया होने की स्थिति में बैंकों में आपके द्वारा जमा पैसे से केवल एक लाख रुपये का इंश्योरेंस कवर मिलेगा और यह कवर सभी तरह के अकाउंट्स पर लागू है. सर्कुलर में ये भी कहा गया है कि डीआईसीजीसी हर जमाकर्ता को पैसा देने के लिए बाध्यकारी है.
एचडीेएफसी बैंक और बैंक के प्रवक्ता नीरज झा ने ट्वीटर पर पासबुक की फोटो वायरल होने के बाद जारी बयान में साफ किया है कि चिंता की कोई बात नहीं है और जो स्टांप लगा पासबुक वायरल हुआ है वो रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के निर्देश के तहत लगाए गए हैं. रिजर्व बैंक का आदेश है कि मिनिमम डिपॉजिट कवर यानी न्यूनतम जमा बीमा के बारे में पासबुक पर जानकारी दी जाए. नीचे आप बैंक और उसके प्रवक्ता नीरज झा का ट्वीट पढ़ सकते हैं.
उल्लेखनीय है कि पीएमसी बैंक के 16 लाख से ज्यादा डिपॉजिटर्स समेत देश भर के सैकड़ों सरकारी और प्राइवेट बैंक के करोड़ों अकाउंट होल्डर्स के मन में भय का माहौल है कि घर में पैसे चोरी का डर और बैंक में पैसा रखने पर उसके दिवालिया होने का खतरा कहीं उनके लाखों-करोड़ों न डुबो दे. दरअसल, पीएमसी बैंक की बदहाली और यस बैंक की खराब हालत को लेकर मजबूत बैंक के ग्राहकों में भी जमा पैसे की सेफ्टी को लेकर अफवाह तेजी से फैल जा रहा है.
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