नई दिल्ली. Hathras stampede, हाथरस के फुलरई गांव में बाबा साकार हरि के सत्संग में मची भगदड़ में 121 लोगों की दर्दनाक मौत के बाद हाहाकार मचा है और बाबा फरार है. इसी बीच बाबा के साथ मंच पर बैठने वाली महिला को लेकर तरह तरह के सवाल उठ रहे हैं. नेटिजंस पूछ रहे हैं […]
नई दिल्ली. Hathras stampede, हाथरस के फुलरई गांव में बाबा साकार हरि के सत्संग में मची भगदड़ में 121 लोगों की दर्दनाक मौत के बाद हाहाकार मचा है और बाबा फरार है. इसी बीच बाबा के साथ मंच पर बैठने वाली महिला को लेकर तरह तरह के सवाल उठ रहे हैं. नेटिजंस पूछ रहे हैं कि आखिर वो महिला कौन है?
दरअसल साकार हरि का असली नाम सूरजपाल जाटव है और वह एटा जिले के बहादुर नगर गांव का रहने वाला है. सत्संग शुरू करने से पहले सूरजपाल इटावा पुलिस में तैनात था. नौकरी के दौरन वर्ष 1997 में बाबा के ऊपर यौन शौषण का आरोप लगा, प्राथमिकी दर्ज हुई और उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई हुई. मामला गंभीर था इसलिए उसे जेल जाना पड़ा. जेल से छूटने के बाद सूरजपाल जाटव साकार विश्व हरि बाबा बनकर सत्संग कराने लगा. देखते ही देखते बाबा के सत्संग में भीड़ जुटने लगी. बस क्या था उसके इर्द गिर्द लोग मंडराने लगे जिसमें महिलाएं भी शामिल थीं.
सत्संग के दौरान मंच पर दो लोग दिखाई दे रहे हैं जिसमें एक खुद सूरजपाल जाटव है और दूसरी कुर्सी पर एक महिला है. महिला के बारे में चर्चा चली की वह बाबा की पत्नी है जबकि कुछ लोग महिला को सेविका बता रहे थे लेकिन अब असलियत सामने आ गई है. महिला न तो बाबा की पत्नी है और न ही सेविका बल्कि रिश्ते की मामी है जिसे मां जी के नाम से जाना जाता है. भक्त बताते हैं कि साकार हरि उर्फ भोले बाबा के साथ मंच पर बैठने वाली महिला उनकी पत्नी या सेविका नहीं बल्कि रिश्ते की मामी है.
भोले बाबा के अनुयायियों का दावा है कि बाबा कोई भी दान-दक्षिणा या चढ़ावा स्वीकार नहीं करते हैं और पाखंड व दिखावे का विरोध करते हैं. मानव सेवा को सबसे बड़ा धर्म बताते हैं. उनके अनुयायियों में अनुसूचित जाति/जनजाति औ कम पढ़े लिखे लोग ज्यादा हैं.
सूरजपाल उर्फ साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा की पत्नी का नाम कटोरी देवी है. सूरजपाल तीन भाइयों में से सबसे बड़ा है. छोटे भाई रामप्रसाद की मृत्यु हो चुकी है. तीसरे नंबर के भाई राकेश गांव में रहकर खेती बाड़ी देखते हैं. सूरजपाल से साकार विश्व हरि बाबा बने अपने पैतृक गांव एटा जिले के बहादुर नगर गांव में बने आश्रम पर आखिरी बार 23 मई 2023 को आये थे, उनके आश्रम पर हर मंगलवार को हजारों लोग आते हैं और वहां जाकर अपने आप को धन्य समझते हैं. भोले बाबा के पास पश्चिमी यूपी के अलग अलग जिलों में आश्रम है और ये बाबा अकूत संपति का मालिक है. बाबा गेरुआ वस्त्र पहनने की बजाय सफेद कलर का सूट बूट पहनता है और महंगे चश्मे लगाता है.
सूरजपाल जाटव उर्फ भोले बाबा काफी विवादित व्यक्ति है और उस पर 5 मुकदमे चल रहे हैं. आगरा, इटावा, कासगंज व फर्रुखाबाद में 1-1 केस है और राजस्थान के दौसा में भी एक केस दर्ज है. बाबा के अनुयायी उन पर फिदा रहते हैं. भोले बाबा देखने में राजा बाबू दिखते हैं और अंदर से आपराधिक प्रवृत्ति के हैं. बाबा के पास लक्जरी कारें हैं और खुद की वर्दीधारी फौज भी. बाबा की वर्दीधारी सेना के लोग आश्रम के सेवादार कहे जाते हैं. हाथरस के फुलरई गांव में बाबा के सत्संग में शामिल होने वाले लोगों की संख्या 80 हजार बताई गई थी और इतने ही लोगों के लिए इजाजत ली गई थी जबकि लोग पहुंच गये थे लगभग 2.50 लाख. बाबा का चरण रज लेने के लिए भगदड़ मची और इतना बड़ा हादसा हो गया.
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