देहरादून: उत्तराखंड़ के ज्वालापुर में शुक्रवार को सड़क पर रखे सामान को हटाने को लेकर दुकानदार और बाइक सवार के बीच एक झगड़ा हो गया था। जिसके बाद झगड़ा मारपीट में तब्दील हो गया था। जिसके बाद वहां के जिला अस्पताल में भाजपा विधायक अपने समर्थको के साथ धरने पर बैठ गए। इस घटना का […]
देहरादून: उत्तराखंड़ के ज्वालापुर में शुक्रवार को सड़क पर रखे सामान को हटाने को लेकर दुकानदार और बाइक सवार के बीच एक झगड़ा हो गया था। जिसके बाद झगड़ा मारपीट में तब्दील हो गया था। जिसके बाद वहां के जिला अस्पताल में भाजपा विधायक अपने समर्थको के साथ धरने पर बैठ गए। इस घटना का संज्ञान जब चुनाव आयोग ने लिया, तब पुलिस ने भाजपा विधायक आदेश चौहान और भाजपा नेताओं के साथ 150 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। जिसके बाद सीसीटीवी फुटेज से लोगों की पहचान करनी शुरू कर दी गई है।
पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार को ज्वालापुर में सड़क पर रखे सामान को हटाने को लेकर दुकानदार और बाइक सवार के बीच झगड़ा हो गया था। जिसके बाद झगड़ा मारपीट में बदल गया। मामला अलग-अलग समुदाय के बीच होने की वजह से पुलिस इस मामले में दुकानदार के साथ चार लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस स्टेशन ले गई थी, और चारों का चालान भी कर दिया था। इसी बीच रानीपुर से भाजपा के विधायक आदेश चौहान अपने समर्थकों के साथ कोतवाली पहुंचे और चारों लोगो को छोड़ने की बात कही।
जब पुलिस चारों लोगों को कोर्ट में पेश करने के लिए ले जाने लगी, तब विधायक भी ऑटो में बैठकर उनके साथ चल दिए। चारों लोगों का मेडिकल करवाने के लिए पुलिस जब जिला अस्पताल पहुंची। तब अस्पताल में ही विधायक और भाजपा जिला अध्यक्ष सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गए और जमकर नारेबाजी करने लगें। जब इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तब चुनाव आयोग ने इसका संज्ञान लिया। जिसके बाद पुलिस ने भाजपा विधायक के साथ 150 लोगों के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन में संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।
यह भी पढ़े-
Kejriwal Arrest : पूरी दिल्ली में आज प्रदर्शन करेगी आप, केजरीवाल की गिरफ्तारी का विरोध