अग्निपथ योजना : अग्निवीरों की पेट्रोलियम मंत्रालय में नियुक्ति पर भी विचार- हरदीप पुरी

नई दिल्ली, देश भर में अग्निपथ योजना को लेकर मचे हंगामे के बीच अब केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी का बड़ा बयान सामने आया है. जहां उन्होंने अग्निवीरों को उनका कार्यकाल समाप्त होने के बाद हाउसिंग, पेट्रोलियम मंत्रालय में नियुक्ति को लेकर विचार करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि जो युवा अग्निपथ योजना […]

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अग्निपथ योजना : अग्निवीरों की पेट्रोलियम मंत्रालय में नियुक्ति पर भी विचार- हरदीप पुरी

Riya Kumari

  • June 18, 2022 6:41 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली, देश भर में अग्निपथ योजना को लेकर मचे हंगामे के बीच अब केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी का बड़ा बयान सामने आया है. जहां उन्होंने अग्निवीरों को उनका कार्यकाल समाप्त होने के बाद हाउसिंग, पेट्रोलियम मंत्रालय में नियुक्ति को लेकर विचार करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि जो युवा अग्निपथ योजना के तहत सशस्त्र बलों में अपने 4 साल की सेवा पूरी करेंगे उनके रोज़गार के लिए गंभीरता से विचार किया जा रहा है.

13 राज्यों में बवाल

केंद्र सरकार की सेना में भर्ती की ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ देशभर में युवाओं का आक्रोश देखने को मिल रहा है. बिहार से हरियाणा तक आंदोलन आक्रमक होता जा रहा है. कहीं गाड़ियों में आग लगा दी गई तो कहीं ट्रेन की पटरियां ही उखाड़ दी गई, ऐसे में सरकार युवाओं को स्कीम के फायदे समझाने की कोशिश कर रही है, वहीं विपक्ष का कहना है कि इस योजना के जरिए युवाओं के भविष्य के साथ खेला जा रहा है और ये सेना की गरिमा को भी कम करता है. शनिवार को यूपी-बिहार समेत देश के 13 राज्यों में इस योजना का विरोध हो रहा है.

लगातार चौथे दिन प्रदर्शन जारी

गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा सेना में अग्निपथ योजना के खिलाफ लगातार चौथे दिन पूरे देश में युवाओं का विरोध-प्रदर्शन जारी है। युवाओं का सबसे ज्यादा विरोध यूपी और बिहार में देखने को मिल रहा है। कई जगहों पर कल प्रदर्शन ने हिंसक रूप भी ले लिया और पथराव और आगजनी की खबरें सामने आई है। आज भी अग्निपथ योजना के खिलाफ देश के अलग-अलग हिस्से से विरोध-प्रदर्शन देखने को मिल रहा है।

छात्र संगठनों ने बिहार बंद किया

बता दें कि बिहार में सेना में चार साल की सेवा की नई योजना के विरोध में कुछ छात्र संगठनों ने बिहार बंद का आह्वान किया है. इस ऐलान के बाद महागठबंधन के कई दल छात्रों और युवाओं के समर्थन में उतर गए हैं. अग्निपथ योजना के विरोध में आइसा के साथ ही सेना भर्ती जवान मोर्चा और रोजगार संघर्ष संयुक्त मोर्चा ने बिहार बंद का आह्वान किया है. छात्र संगठनों ने अग्निपथ योजना वापस लिए जाने के लिए सरकार को 72 घंटे का अल्टीमेटम तक दिया है.

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