Happy Diwali 2021 : जानें दिवाली का महत्व, इतिहास,पूजा मुहूर्त और वह सब जो आपको जानना चाहिए

नई दिल्ली. Happy Diwali 2021- दिवाली या दीपावली दुनिया भर में हिंदुओं द्वारा मनाए जाने वाले सबसे बड़े और शुभ त्योहारों में से एक है। रोशनी का त्योहार शांति और खुशी का प्रतीक है, बुराई पर अच्छाई की जीत, और हर दिन अंधेरे पर प्रकाश। यह सबसे प्रतीकात्मक हिंदू त्योहारों में से एक है, और […]

Advertisement
Happy Diwali 2021 : जानें दिवाली का महत्व, इतिहास,पूजा मुहूर्त और वह सब जो आपको जानना चाहिए

Aanchal Pandey

  • November 4, 2021 8:00 am Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

नई दिल्ली. Happy Diwali 2021- दिवाली या दीपावली दुनिया भर में हिंदुओं द्वारा मनाए जाने वाले सबसे बड़े और शुभ त्योहारों में से एक है। रोशनी का त्योहार शांति और खुशी का प्रतीक है, बुराई पर अच्छाई की जीत, और हर दिन अंधेरे पर प्रकाश। यह सबसे प्रतीकात्मक हिंदू त्योहारों में से एक है, और देश के सभी समुदाय इसे बहुत धूमधाम से मनाते हैं। इस त्योहार के दौरान, लोग अपने घरों को साफ करते हैं, हर कोने को रोशनी, दीयों, फूलों, रंगोली और मोमबत्तियों से सजाते हैं। परिवार भी लक्ष्मी पूजा करते हैं और धन की देवी से प्रार्थना करते हैं कि उन्हें स्वास्थ्य, धन और समृद्धि का आशीर्वाद मिले।

दिवाली 2021 तिथि:

हिंदू चंद्र कैलेंडर के अनुसार कार्तिक महीने के 15 वें दिन दिवाली मनाई जाती है। इस वर्ष दीपावली का पर्व 4 नवंबर 2021 गुरुवार को पड़ रहा है।

दिवाली का इतिहास:

हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, अयोध्या के राजकुमार, भगवान राम, दीवाली के शुभ अवसर पर अपनी पत्नी माता सीता और भाई लक्ष्मण के साथ घर लौटे थे। वे 14 साल वनवास में बिताने और लंका के राजा रावण को हराने के बाद अयोध्या वापस आए। अयोध्या के लोगों ने दीपों और दीयों की कतारें जलाकर अपनी वापसी का जश्न बड़े उत्साह के साथ मनाया था। यह परंपरा आज तक जारी है और इसे दिवाली के त्योहार के रूप में मनाया जाता है।

दिवाली का महत्व:

दिवाली रोशनी का त्योहार है जो बुराई पर अच्छाई की जीत और हमारे जीवन से अंधेरे छाया, नकारात्मकता और शंकाओं के उन्मूलन का प्रतीक है। यह समृद्धि का उत्सव है जिसमें लोग अपने प्रियजनों को उपहार देते हैं। यह त्यौहार स्पष्टता और सकारात्मकता के साथ हमारे भीतर के स्वयं को प्रकाशित करने का संदेश भी भेजता है।

दिवाली 2021 का समय और पूजा मुहूर्त:

लक्ष्मी पूजा दिवाली समारोह के सबसे महत्वपूर्ण अनुष्ठानों में से एक है। लोग इस दिन धन की देवी से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए प्रार्थना करते हैं और स्वास्थ्य, धन और समृद्धि की कामना करते हैं।

द्रिक पंचांग के अनुसार लक्ष्मी पूजा करने का शुभ मुहूर्त शाम 6:09 बजे शुरू होगा और रात 8:04 बजे समाप्त होगा। अवधि 1 घंटा 56 मिनट की होगी।

दिवाली पर अमावस्या तिथि 4 नवंबर, 2021 को सुबह 6:03 बजे शुरू होती है और 5 नवंबर, 2021 को सुबह 2:44 बजे समाप्त होती है।

प्रदोष काल – शाम 5:34 से रात 8:10 बजे तक

वृषभ काल – शाम 6:09 बजे से रात 8:04 बजे तक

द्रिक पंचांग के अनुसार देश के कुछ अन्य शहरों में लक्ष्मी पूजा के समय या मुहूर्त की सूची इस प्रकार है:

शाम 6:39 बजे से रात 8:32 बजे तक – पुणे

शाम 6:09 बजे से रात 8:04 बजे तक – नई दिल्ली

शाम 6:21 से रात 8:10 बजे तक – चेन्नई

शाम 6:17 बजे से रात 8:14 बजे तक – जयपुर

शाम 6:22 बजे से रात 8:14 बजे तक – हैदराबाद

शाम 6:10 बजे से रात 8:05 बजे तक – गुड़गांव

शाम 6:07 से रात 8:01 बजे तक – चंडीगढ़

शाम 5:34 बजे से शाम 7:31 बजे तक – कोलकाता

शाम 6:42 बजे से रात 8:35 बजे तक – मुंबई

शाम 6:32 से रात 8:21 बजे तक – बेंगलुरू

शाम 6:37 से रात 8:33 बजे तक – अहमदाबाद

शाम 6:08 बजे से रात 8:04 बजे तक – नोएडा

Tags

Advertisement