नई दिल्ली : सोमवार को अपने आवास पर बृजभूषण शरण सिंह ने धरने पर बैठे खिलाड़ियों से अपील करते हुए कहा कि ‘हाथ जोड़कर कर निवेदन करता हूं, कैंप चलने दें और नेशनल होने दें पर खेल प्रभावित न होने दें’. चाहे मुझे फांसी दे दिजिए पर गेम को रोक के खिलाड़ियों के भविष्य के […]
नई दिल्ली : सोमवार को अपने आवास पर बृजभूषण शरण सिंह ने धरने पर बैठे खिलाड़ियों से अपील करते हुए कहा कि ‘हाथ जोड़कर कर निवेदन करता हूं, कैंप चलने दें और नेशनल होने दें पर खेल प्रभावित न होने दें’. चाहे मुझे फांसी दे दिजिए पर गेम को रोक के खिलाड़ियों के भविष्य के साथ मत खेलिए, खेल की गतिविधियों को मत रोकिए. 4 महिने से खेल और उसकी गतिविधियां स्थगित हैं
बीते दिन भारतीय कुश्ती संघ अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने खुद पर लगाए गए आरोपों के मुद्दे पर बयान देते हुए कहा था कि वह खिलाड़ियों की कृपा से नहीं बल्कि जनता के सहयोग से सांसद बने हैं और जनता का साथ रहा तो आगे भी बने रहेंगे. साथ ही रेसलर्स के लिए उन्होने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को जो भरोसा दिलाया है उसके बाद से तो खिलाड़ियों को घर चले जाना चाहिए.
बृजभूषण ने कहा कि जब राजनीति का मौसम आएगा तब राजनीति कर ली जाएगी, फिल्हाल अभी जांच एजेंसी और सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा करना चाहिए.
बृजभूषण सिंह ने कहा कि पुलिस की रिपोर्ट आते ही, सब साफ हो जाएगा और दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. जनता को रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए. देश को राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय लेवल पर मेडल हासिल करवाने वाले पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ अध्यक्ष के खिलाफ आंदोलन जारी कर रखा है बता दें कि भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष पिछले 3 महीने में दूसरी बार पहलवानों के निशाने पर आ गए हैं.
पहलवानों द्वारा लगाए जा रहे आरोपों की जांच के लिए खेल मंत्रालय द्वारा कमेटी का गठन किया गया था. वहीं अब तीन महीने बाद फिर पहलवानों का धरना शुरु हो गया है और अब पहलवानों ने कमेटी पर ही सवाल उठाए हैं. बता दें कि धरना करने वाले पहलवानों में ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और सुमित मलिक जैसे बड़े नाम शामिल हैं. 23 अप्रैल से पहलवान एक बार फिर धरने पर बैठे हैं.
विनेश फोगाट ने सवाल उठाते हुए कहा, हम कमेटी और मंत्रालय से महीने से जवाब मांगने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन न जवाब मिल रहा है और न ही वक्त. उन्होंने कहा, हमें नहीं पता कि बृजभूषण सिंह को बचाने के लिए उनका साथ कौन दे रहा है. पहलवानों ने दावा किया है कि कमेटी की रिपोर्ट जमा कर दी गई है, और रिपोर्ट में क्या है यह पता होना चाहिए. हमें रिपोर्ट के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है.
Mann ki Baat ने कई जन आंदोलनों को दिया जन्म, रिकॉर्डिंग के दौरान हो गया था भावुक – पीएम मोदी
Mann ki Baat: केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह की मौजदूगी में लंदन के इंडिया हाउस में सुनी गई मन की बात