Haj House Become Covid Center : कोरोना वायरल से लोगों की सड़कों पर मौत हो रही है. ऐसे हालात को देखते हुए देश के विभिन्न राज्यों में स्थित हज हॉउसों को अस्थाई “कोरोना केयर सेंटर” के रूप में राज्य सरकारों को इस्तेमाल करने के लिए दिए जाने का फैसला लिया गया है. दोनों भवनों के आइसोलेशन सेंटर बनने से लोगों को बड़ी राहत मिलेगी.
नई दिल्ली. कोरोना वायरल से लोगों की सड़कों पर मौत हो रही है. ऐसे हालात को देखते हुए देश के विभिन्न राज्यों में स्थित हज हॉउसों को अस्थाई “कोरोना केयर सेंटर” के रूप में राज्य सरकारों को इस्तेमाल करने के लिए दिए जाने का फैसला लिया गया है. दोनों भवनों के आइसोलेशन सेंटर बनने से लोगों को बड़ी राहत मिलेगी.
केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के निर्देश पर राज्य हज कमेटियों से कहा गया है कि वे अपने-अपने राज्य में स्थित हज भवनों को अस्थाई “कोरोना केयर सेंटर” के रूप में इस्तेमाल करने एवं कोरोना के खिलाफ लड़ाई में लोगों की सेहत-सलामती के लिए राज्य सरकारों/प्रशासन का भरपूर सहयोग करें. बता दें कि देशभर में 16 हजार हज हाउस है.
देश के विभिन्न राज्यों में स्थित हज हॉउसों को अस्थाई “कोरोना केयर सेंटर” हेतु राज्य सरकारों को इस्तेमाल करने के लिए दिए जाने का फैसला लिया गया है। #Unite2FightCorona #IndiaFightsCorona pic.twitter.com/xHfMGwkc6S
— Mukhtar Abbas Naqvi (@naqvimukhtar) April 26, 2021
निम्नलिखित स्टेट हज कमेटी के भवनों को राज्य सरकारों को इस्तेमाल करने के लिए दिए जाने का फैसला लिया गया है.
गुजरात (अहमदाबाद) कर्णाटक (बेंगलुरु) केरल (कालीकट) दिल्ली तेलंगाना (हैदराबाद) पश्चिम बंगाल (कोलकाता) मध्य प्रदेश (भोपाल) उज्जर प्रदेश (लखनऊ) उत्तर प्रदेश (गाजियाबाद) महाराष्ट्र (नागपुर) जम्मू-कश्मीर (श्रीनगर) तमिलनाडु (चेन्नई) राजस्थान (जयपुर) बिहार (पटना) झारखण्ड (रांची) और त्रिपुरा (अगरतला) शामिल हैं.
बता दें कि रविवार को 3,52,991 कोरोना के मामले सामने आए जबकि 2,812 लोगों ने इस महामारी के कारण अपनी जान गवाई. कोरोना के नए मामले सामने आने के बाद देश में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1 करोड़ 73 लाख 13 हजार 163 हो गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में अब तक 1 करोड़ 43 लाख 4 हजार 382 लोग रिकवर हो चुके हैं, जबकि इस समय 28 लाख 13 हजार 658 एक्टिव केस हैं. पिछले 24 घंटे में हुई मौतों के बाद देश में मृतकों की संख्या बढ़कर अब 1 लाख 95 हजार 123 हो गई है.