नई दिल्ली। गुजरात विधानसभा चुनावों में भाजपा की प्रचंड जीत के साथ-साथ कांग्रेस की दयनीय स्थिती सवालों के घेरे में आ रही है। शायद कांग्रेस गुजरात में हार को पचा नहीं पार रही है। इसलिए उसने गुजरात में एक कमेटी का गठन किया है जिसके चलते प्रदेश में हार के कारणों का पता लगाया जाएगा […]
नई दिल्ली। गुजरात विधानसभा चुनावों में भाजपा की प्रचंड जीत के साथ-साथ कांग्रेस की दयनीय स्थिती सवालों के घेरे में आ रही है। शायद कांग्रेस गुजरात में हार को पचा नहीं पार रही है। इसलिए उसने गुजरात में एक कमेटी का गठन किया है जिसके चलते प्रदेश में हार के कारणों का पता लगाया जाएगा और उम्मीदवारों की भी समीक्षा की जाएगी। इस दौरान राहुल गांधी ने गुजरात में हार को लेकर बड़ा बयान देते हुए आम आदमी पार्टी को निशाने पर लिया है।
भारत जोड़ो यात्रा के 100 दिन पूरे होने के बाद राहुल गांधी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि, भाजपा के द्वारा पूरी ताकत लगाने के बाद भी हमने हिमाचल फतह किया लेकिन केजरीवाल की मौजूदगी ने गुजरात में भाजपा को फायदा पहुंचाया, साथ ही उन्होने कहा कि, यदि केजरीवाल चुनाव को प्रभावित न करते ते गुजरात में अवश्य ही कांग्रेस की सरकार होती।
2017 में कांग्रेस ने बेहतर परफॉर्मेंस के साथ गुजरात विधानसभा चुनाव में 77 सीटें हासिल की थीं और सत्तारूढ़ भाजपा मात्र 99 सीटों पर ही सिमट गई थी। लेकिन पिछले चुनाव की अपेक्षा कांग्रेस को अधिक नुकसान हुआ है इस चुनाव में मात्र 17 सीटें ही हासिल कर पाई कांग्रेस अपनी हार का ठीकरा आम आदमी पार्टी पर फोड़ रही है और उसे भाजपा की बी टीम बता रही है।
2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव में पाटीदार अनामत आंदोलन के चलते कांग्रेस को फायदा हुआ था, इसी आंदोलन के चलते भाजपा को भी नुकसान हुआ था लेकिन फिर भी भाजपा को सत्ता से बेदखल करने का सपना मात्र सपना ही रह गया था। लेकिन इस बार तो कांग्रेस के साथ पाटीदार भी नहीं थे, तो फिर राहुल गांधी किस आधार पर कह सकते हैं कि, यदि आम आदमी पार्टी न होती तो वह गुजरात में सरकार बनाते।