भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण यूआईडीएआई का पुराना और बंद हेल्पलाइन नंबर अचानक एंड्रोइड स्मार्टफोन यूजर्स की फोन बुक में डिफॉल्ट रुप से सेव हो जाने के बाद यह चर्चा का विषय बन गया है. ऐसे में हैरान करने वाली बात है कि यह नंबर सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि देश से बाहर रहने वाले लोगों के फोन कॉन्टेक्ट्स में दिख रहा है.
नई दिल्ली. एंड्रोइड स्मार्टफोन यूजर्स की फोन बुक में भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण यूआईडीएआई का पुराना और बंद हेल्पलाइन नंबर डिफॉल्ट रुप से सेव हो जाने से विवाद पैदा हो गया है. हैरान करने वाली बात ये है कि 1800-300-1947 नंबर देश ही नहीं बल्कि विदेश तक में रहने वाले भारतीय लोगों के मोबाइल फोन में पहुंच रही है.
दरअसल दुबई में रहने वाले एक सचिन नामक शख्स ने जब अपने फोन में यह हेल्पलाइन नंबर देखा तो उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि ‘यह काफी गहरा रहस्य है, इस फोन में कभी भारतीय सिम कार्ड नहीं था, हालांकि इसे भारत से खरीदा गया था और इसका इस्तेमाल भारत में किया गया है. गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर लोगों ने इस मामले को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दी है. कई लोगों ने यूआईडीएआई और फोन कंपनियों से सवाल पूछे. लोग इसे प्राइवेसी के साथ खिलवाड़ बता रहे हैं.
The mystery deepens. This phone has never had an Indian SIM card, although it was bought from India and has been used in India. #UIDAI pic.twitter.com/AMu3dxFb41
— Sachin Tandon (@cugwmui) August 3, 2018
वहीं यूआईडीआई ने अपनी ओर से आधिकारिक बयान जारी करते हुए बताया कि यह नंबर पुराना है तो पहले ही बंद किया जा चुका है. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने इस मामले में ट्वीट कर कई सवाल उठाए हैं. अखिलेश यादव ने कहा है कि अवैध रूप से यूआईडीएआई का नबंर कैसे सेव हो सकता है. उन्होंने आगे कहा कि इस नंबर का डिफॉल्ट रुप से सेव होने का अर्थ है कि धोखाधड़ी करने वाले लोग आपके फोन तक पहुंच गए हैं.
इंडिया के मोबाइल फोन में कहां से और कैसे आया UIDAI का बंद नंबर, कौन है जिम्मेदार ?