नई दिल्ली: भारत में एक और वायरस का कहर देखने को मिल रहा है. जहां एच3एन2 ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है. हरियाणा और कर्नाटक में अब इस वायरस से दो मौतों की पुष्टि हुई है. इस घातक वायरस ने दोनों राज्यों में एक-एक व्यक्ति की जान ले ली है. Union Health Ministry […]
नई दिल्ली: भारत में एक और वायरस का कहर देखने को मिल रहा है. जहां एच3एन2 ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है. हरियाणा और कर्नाटक में अब इस वायरस से दो मौतों की पुष्टि हुई है. इस घातक वायरस ने दोनों राज्यों में एक-एक व्यक्ति की जान ले ली है.
Union Health Ministry is keeping a close watch on the Seasonal Influenza situation in various States/UTs through the Integrated Disease Surveillance Programme (IDSP) network on real-time basis. So far, Karnataka and Haryana have confirmed one death each from H3N2 influenza: MoHFW pic.twitter.com/jPlE9zh6Ad
— ANI (@ANI) March 10, 2023
रिपोर्ट्स की मानें तो जान गवाने वालों में पहला व्यक्ति कर्नाटक से है. जहां हासन में 82 वर्षीय व्यक्ति की H3N2 की वजह से मौत हो गई है. स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक़, जान गवाने वाले किराए गौड़ा को 24 फरवरी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. इलाज के दौरान 1 मार्च को उनकी मृत्यु हो गई थी. उन्हें पहले से ही डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या थी. दूसरी ओर इस वायरस से जान गवाने वाला दूसरा व्यक्ति हरियाणा से है. बता दें, देश भर में अब तक इस वायरस के 90 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं एच1एन1 वायरस के भी आठ मामले दर्ज़ किए गए हैं. पिछले कुछ महीनों की बात करें तो H3N2 वायरस के कारण देश भर में फ्लू के मामले भी बढे हैं. इसे ‘हांगकांग फ्लू’ के नाम से भी जाना जाता है जो अन्य इन्फ्लुएंजा सब-वेरिएंट की तुलना में अधिक शक्तिशाली है.
बता दें कि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी सोमवार को हेल्थ एक्सपर्ट्स के साथ H3N2 इन्फ्लूएंजा के बढ़ते मामलों पर चर्चा करने के लिए एक बैठक की। जिसमें एक्सपर्ट्स ने कहा कि देश में कोरोना के मामले तो कम हुए हैं, लेकिन फ्लू के मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। यह फ्लू कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। उन्होंने इससे बचने के लिए लोगों को भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनकर जाने की सलाह दी है।
मेदांता अस्पताल के आंतरिक चिकित्सा विभाग के सीनियर डायरेक्टर सुशाली कटारिया ने बताया कि इन्फ्लुएंजा-ए वायरस के H3N2 स्ट्रेन से संक्रमित मरीजों को दो से तीन दिनों तक तेज बुखार रहता है। इसके साथ ही शरीर में दर्द, गले में जलन और लगातार दो हफ्ते तक खांसी होती है। वहीं, फ्लू की वजह से सीने में जकड़न और वायरल इंफेक्शन के मामले भी देखे जा रहे हैं।