राहुल गांधी इन दिनों ट्विटर के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर खूब हमला बोल रहे हैं. ऐसे में राहुल ने इस बार गुजरात की शिक्षा व्यवस्था को लेकर उनपर सवाल दागा है.
नई दिल्ली. आने वाले गुजरात चुनाव के मद्देनजर सभी राजनीतिक पार्टियां राज्य की जनता को लुभाने में लगी हैं. वहीं वे एक दूसरे पर नए नए नए आरोप भी लगा रही हैं. ऐसे में कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी पीछे नहीं हैं. इन दिनों वे भी ट्विटर के जरिए ‘22 सालों का हिसाब, गुजरात मांगे जवाब’ शीर्षक के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने में जुटे हुए हैं. हर रोज पीएम मोदी से एक सवाल पूछ रहे राहुल ने आज उनसे चौथा सवाल करते हुए लिखा है- ‘’प्रधानमंत्रीजी- चौथा सवाल …सरकारी स्कूल-कॉलेज की कीमत पर किया शिक्षा का व्यापार , महँगी फ़ीस से पड़ी हर छात्र पर मार, New India का सपना कैसे होगा साकार? ,सरकारी शिक्षा पर खर्च में गुजरात देश में 26वें स्थान पर क्यों? युवाओं ने क्या गलती की है?’’
बता दें कि बुधवार को उन्होंने एक ट्वीट में लिखा था कि ‘गुजरात के हालात पर प्रधानमंत्रीजी से पहला सवाल: 2012 में वादा किया कि 50 लाख नए घर देंगे। 5 साल में बनाए 4.72 लाख घर। प्रधानमंत्रीजी बताइए कि क्या ये वादा पूरा होने में 45 साल और लगेंगे?’ इसके अलावा गुरूवार को राहुल ने ट्वीटकर लिखा था कि- ‘गुजरात के हालात पर प्रधानमंत्रीजी से दूसरा सवाल: 1995 में गुजरात पर क़र्ज़-9,183 करोड़, 2017 में गुजरात पर क़र्ज़-2,41,000 करोड़, यानी हर गुजराती पर- 37,000 रुपये का कर्ज…आपके वित्तीय कुप्रबन्धन व पब्लिसिटी की सज़ा गुजरात की जनता क्यों चुकाए?’
गुजरात चुनाव 2017, वहीं शुक्रवार को राहुल ने गुजरात की बिजली व्यवस्था पर सवाल करते हुए लिखा था कि- ‘प्रधानमंत्रीजी से तीसरा सवाल: 2002-16 के बीच ₹62,549 Cr की बिजली ख़रीद कर 4 निजी कंपनियों की जेब क्यों भरी? सरकारी बिजली कारख़ानों की क्षमता 62% घटाई पर निजी कम्पनी से ₹3/ यूनिट की बिजली ₹24 तक क्यों ख़रीदी? जनता की कमाई, क्यों लुटाई?’ गौरतलब है कि खूब चर्चा बटोर रहे राहुल के इन ट्वीट्स को उनकी पार्टी चुनावी रणनीति की तरह देख रही है.
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