गांधीनगर। प्रधानमंत्री मोदी इस वक्त गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर है। आज उनके दौरे का दूसरा दिन है। इस दौरान पीएम ने आज पंचमहल ज़िले के पावागढ़ पहाड़ी पर पुनर्विकसित कालिका माता मंदिर का उद्घाटन और पूजा-अर्चना की। उनके साथ राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौज़ूद थे।
पुनर्विकसित मंदिर के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज सदियों बाद पावागढ़ मंदिर में एक बार फिर से मंदिर के शिखर पर ध्वज फहरा रहा है। यह शिखर ध्वज केवल हमारी आस्था और आध्यात्म का ही प्रतीक नहीं है। यह शिखर ध्वज इस बात का भी प्रतीक है कि सदियां बदलती हैं, युग बदलते हैं, लेकिन आस्था का शिखर शाश्वत रहता है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि आज भारत के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गौरव फिर से स्थापित हो रहे हैं। आज नया भारत अपनी आधुनिक आकांक्षाओं के साथ-साथ अपनी प्राचीन धरोहर और प्राचीन पहचान को उसी उमंग और उत्साह के साथ जी रहा है। हर भारतीय उसपर गर्व कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले पावागढ़ की यात्रा कठिन थी, लोग कहते थे कि कम से कम जीवन में एक बार माता के दर्शन हो जाएं। आज यहां बढ़ रही सुविधाओं ने मुश्किल दर्शन को सुलभ कर दिया। अब बच्चे, जवान, बुजुर्ग, दिव्यांग आसानी से मां के चरणों में आकर भक्ति और प्रसाद का लाभ ले सकते हैं।
बता दें कि इससे पहले आज प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी मां से मिलने के लिए भाई पंकज मोदी के घर पहुंचे। वहां पर उन्होंने करीब आधे घंटे तक परिवारवालों से मुलाकात की। इसके बाद वो वहां से निकल गए। बताया जा रहा है कि हीराबेन के 100वें जन्मदिन के अवसर पर वडनगर के हाटकेश्वर मंदिर में भी एक पूजा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें पीएम मोदी शामिल हो सकते है।
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