गुजरात के नवनिर्वाचित विधायक व दलित नेता ने कोरेगांव हिंसा में उनके खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर के चलते पीएम मोदी पर जोरदार निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि गुजरात चुनाव में बीजेपी को करारा झटका लगा है वहीं महाराष्ट्र में भी भाजपा कमाल नहीं दिखा पाई जिसकी बौखलाहट के चलते उन्हें टारगेट किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि उन्होंने न ही कोई भड़काऊ भाषण दिया और न ही वह उस समय कोरेगांव में मौजूद थे. जिग्नेश मेवाणी 9 जनवरी को दिल्ली में हुंकार रैली करेंगे.
दिल्लीः गुजरात से विधायक और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने पीएम मोदी को निशाना बनाते हुए कहा कि दलितों पर पीएम का कोई कमिटमेंट है कि नहीं उन्होंने कहा कि खुद को अंबेडकर भक्त बताने वाले मोदी जवान खोले. उन्होंने कहा कि गुजरात में बीजेपी का घमंड टूटा जिसकी बौखलाहट में मेरे खिलाफ हुई एफआईआर दर्ज कराई गई. मैं कोरेगांव गया ही नहीं और न ही मेरे भाषण में कुछ भी भड़काऊ था. महाराष्ट्र में कम सीट मिलने पर बीजेपी बदला ले रही. 2019 में बीजेपी और संघ के मुझसे खतरा दिख रहा है जिसके चलते मुझे टारगेट किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मुझे टारगेट करने से माहौल और भी बिगड़ सकता है.
बता दें कि पिछले साल उत्तर प्रदेश में हुई सहारनपुर हिंसा के बाद उभरी भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर रावण की रिहाई के लिए 9 जनवरी को हुंकार रैली का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें जिग्नेश मेवाणी के अलावा असम के आरटीआई एक्टिविस्ट और किसान नेता अखिल गोगोई भी उपस्थित होंगे. रैली के दौरान संसद स्ट्रीट पर जनसभा को संबोधित किया जाएगा. जनसभा का उद्देश्य भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रेशेखर की रिहाई की मांग सहित रोजगार के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरना है.
गौरतलब है कि भीमा-कोरेगांव में शौर्य दिवस के मौके पर भड़की हिंसा के लिए जिग्नेश मेवाणी और उमर खालिद पर भड़काऊ भाषण देने के लिए एफआईआर दर्ज की थी. बता दें कि पुणे में भड़की के इस इस हिंसा चलते महाराष्ट्र के 18 जिले प्रभावित हुए थे वहां भी हिंसा की घटनाएं सामने आई थीं. जिसमें एक व्यक्ति के मरने की भी खबर आई थी. अपने खिलाफ हुई एफआईआर पर जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि केंद्र सरकार मुझे टारगेट करना चाहती है.
यह भी पढ़ें- महाराष्ट्र भीमा कोरेगांव हिंसाः जिग्नेश मेवाणी और उमर खालिद पर भड़काऊ भाषण के लिए FIR दर्ज
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद की रिहाई के लिए जिग्नेश मेवाणी और अखिल गोगोई की दिल्ली में 9 जनवरी को हुंकार रैली