गुजरात: अहमदाबाद। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद बीजेपी में जाने की चल रही अटकलों पर आज हार्दिक पटेल ने विराम लगा दिया. पटेल ने अहमदाबाद में मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने अभी भारतीय जनता पार्टी में जाने के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है। गुजरात के कई नेता पार्टी से […]
अहमदाबाद। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद बीजेपी में जाने की चल रही अटकलों पर आज हार्दिक पटेल ने विराम लगा दिया. पटेल ने अहमदाबाद में मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने अभी भारतीय जनता पार्टी में जाने के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है।
अहमदाबाद में पत्रकारों से बात करते हुए हार्दिक पटेल ने कहा कि राज्य के कई बड़े कांग्रेस नेता इस वक्त पार्टी से नाराज चल रहे है. कांग्रेस में सच बोलने पर बड़े नेता बदनाम करते हैं. ये उनकी रणनीति का हिस्सा है. हाल ही में कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले हार्दिक पटेल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस भारत की सबसे बड़ी जातिवादी पार्टी है।
हार्दिक पटेल ने आगे कहा कि कांग्रेस में बात होती है कि बोर होने पर जनता उसे वोट देना चालू करेगी. राहुल और प्रियंका गांधी मुझसे गुजरात की समस्याओं के बारे में पूछा था और मैंने उन्हें बताया. लेकिन इसके बाद से मेरी लगातार उपेक्षा हो रही थी. पटेल ने कहा कि उन्होंने दुखी होकर नहीं, बल्कि बहुत हिम्मत से कांग्रेस छोड़ने का फैसला किया है।
कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद पहली बार मीडिया से बात करते हुए हार्दिक पटेल ने कहा कि कांग्रेस में प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष की उनकी जिम्मेदारी सिर्फ कागजी थी. वो साल भर तक गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रहे, लेकिन उन्हें कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई।
बता दें कि कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व से बहुत समय से नाराज चल रहे गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने कल अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इस बात की जानकारी हार्दिक पटेल ने खुद ट्वीट कर दी. पटेल ने अपने ट्वीट में लिखा कि ‘मैं कांग्रेस पार्टी के पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं. मुझे विश्वास है कि मेरे इस निर्णय का स्वागत मेरा हर साथी और गुजरात की जनता करेगी. मैं मानता हूं कि मेरे इस कदम के बाद मैं भविष्य में गुजरात के लिए सच में सकारात्मक रूप से कार्य कर पाऊंगा।