गुजरात चुनाव से पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर रोहित वेमुला की खुदकुशी का मामला उठाया है. अहमदाबाद की एक रैली में राहुल गांधी ने मोदी सरकार को रोहित की मौत का जिम्मेदार बताया है.
अहमदाबाद. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुजरात में चुनाव प्रचार के दौरान शुक्रवार को अहमदाबाद पहुंचे, जहां उन्होंने दलित शक्ति केंद्र के दलित छात्रों से मुलाकात की और विशाल तिरंगा स्वीकार किया. इस तिरंगे की लंबाई 125 फुट और चौड़ाई 83 फुट है. इस दौरान राहुल गांधी ने हैदराबाद विश्वविद्यालय में आत्महत्या करने वाले दलित छात्र रोहित वेमूला को लेकर बड़ा बयान दिया. राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर रोहित की हत्या का आरोप लगाते हुए कहा कि उनसे आत्महत्या नहीं की थी, केंद्र सरकार ने उसकी हत्या कराई थी. दलित स्वाभिमान सभा में राहुल गांधी ने कहा कि चिट्ठी आती है मंत्री के यहां से और उसको कुचल देते हैं, रोहित वेमुला ने आत्महत्या नहीं की थी, उसकी हत्या मोदी सरकार ने की थी. उन्होंने कहा कि मोदी या बीजेपी सरकार ने गुजरात में 22 सालों में एक काम दलितों के लिए किया हो, कोई बता दे.
राहुल गांधी शुक्रवार को महात्मा गांधी की जन्मस्थली पोरबंदर भी पहुंचे थे. यहां उन्होंने नोटबंदी और किसानों के मुद्दों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. नोटबंदी पर सवाल उठाते हुए राहुल ने कहा कि नोटबंदी के समय जब आप लाइन में लगते थे, तब क्या किसी सूट-बूट वाले को देखा था? मैं बताता हूं क्यों नहीं देखा, क्योंकि वे पहले से ही बैंक के अंदर पीछे से घुस के एसी में बैठे थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि 10-15 उद्योगपतियों की वजह से हुए प्रदूषण के कारण आज गुजरात के मछुआरों को गहरे समुद्र में जाकर काम करना पड़ता है. जबकि ये उद्योगपति मोदी के दोस्त हैं. गुजरात के पोरबंदर में ‘नवसर्जन मच्छीमार अधिकार सभा’ में मछुआरों को संबोधित करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि मछुआरों ने कहा था कि जो काम किसान करता है वही काम मछुआरा करता है, मछुआरों के लिये अलग मंत्रालय होना चाहिए और हमारी सरकार बनेगी तो हम ये काम करके दिखायेंगे.
बता दें कि रोहित वेमुला की आत्महत्या का मामला राजनीतिक रूप से काफी संवेदनशील है. रोहित वेमुला हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में पीएचडी का छात्र था. उसने 17 जनवरी 2016 को फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी. उस वक्त वेमुला की आत्महत्या का कारण उन्हें कैंपस में आने सो रोका जाना बताया गया था. कथित रूप से रोहित और उनके तीन साथियों को विश्वविद्यालय कैंपस में आने से रोका गया था. उस वक्त तत्कालीन सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी, बंडारू दत्तात्रेय, यूनिवर्सिटी के वीसी अप्पाराव और बीजेपी सरकार पर भी सवाल उठे थे. बाद में रोहित की मौत की जांच के लिए बनाई गई कमिटी ने मामले में सभी को क्लीनचिट देते हुए कहा था कि रोहित ने निजी कारणों से आत्महत्या की थी.
गुजरात चुनाव 2017 : पोरबंदर रैली में बोले राहुल, नोटबंदी के वक्त लाइन में नहीं दिखे सूट-बूट वाले